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कानून बन गया तब भी पति ने दुबई से Whatsapp से भेजा तीन तलाक
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महिला ने यह भी कहा कि पुलिस पति के दुबई में होने का हवाला देकर कुछ न कर पाने की बात कह रही है. ऐसा तब हुआ है जब बीते संसद सत्र में ही तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाया गया है.
कानून बन गया तब भी पति ने दुबई से Whatsapp से भेजा तीन तलाक
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के गढ़ शिमोगा में तीन तलाक का मामला सामने आया है. शिमोगा की एक महिला का दावा है कि उसके पति ने दुबई से Whatsapp के Voice Message से तलाक भेजा है. महिला ने कहा है कि मैं इस तलाक को स्वीकार नहीं करूंगी. मैंने इसके खिलाफ केस दर्ज कराया है. महिला ने न्याय की गुहार लगाई है. हालांकि महिला ने यह भी कहा कि पुलिस पति के दुबई में होने का हवाला देकर कुछ न कर पाने की बात कह रही है. ऐसा तब हुआ है जब बीते संसद सत्र में ही तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाया गया है.
Shivamogga: Woman claims that she was given triple talaq by her husband who stays in Dubai via WhatsApp voice message,says,"I don't accept this divorce. I have registered a case.I seek justice.Police said that they can't do anything as my husband stays in Dubai."#Karnataka (18/9) pic.twitter.com/mZzcLnvrTj
— ANI (@ANI) September 19, 2019
बता दें संसद के दोनों सदनों से पारित होने के बाद तीन तलाक विधेयक राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President RamNath Kovind) की मंजूरी के साथ ही कानून बन चुका है. इस कानून के बनने से मु्स्लिम महिलाओं को तीन तलाक जैसी कुप्रथा से आजादी मिल गई है. यह बिल तीन तलाक को अपराध बनाता है.
राज्यसभा में इस बिल के पक्ष में 99 जबकि विरोध में 84 वोट पड़े थे. विपक्ष इस बिल को सेलेक्ट कमेटी में भेजने की मांग पर अड़ा था, लेकिन बिल को सेलेक्ट कमेटी में भेजने के पक्ष में 84 और विपक्ष में 100 वोट पड़े. Triple Talaq Bill पास होते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई देते हुए कहा था कि बिल का पास होना महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम है.
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने इस कानून का विरोध किया है. AIMPLB ने विपक्ष की तरफ से सदन से वाकआउट कर सरकार के इस एजेंडों समर्थन देने पर भी कड़ी निंदा की थी. AIMPLB ने इस मामले में मंगलवार को ट्वीट किया जिसमें उसने विपक्षी पार्टियों की कड़ी आलोचना की. उन्होंने कहा, हम कांग्रेस, जेडीयू, बीएसपी, टीआरएस और वाईएसआर पार्टियों की कड़ी निंदा करते हैं, जिन्होंने संसद में वोटिंग के समय वाकआउट कर बीजेपी राजनीतिक एजेंडे को अपना समर्थन दिया. उन्होंने अपना असली रंग दिखा दिया.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो