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कर्नाटक तट से टकराया चक्रवात 'तौकते', दक्षिण कन्नड़ जिले में भारी बारिश

चक्रवात तौकते ने कर्नाटक के तटीय क्षेत्र में दस्तक दी है, जिसके परिणामस्वरूप विशेष रूप से दक्षिण कन्नड़ जिले में भारी बारिश हुई है, जहां लगभग 75 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शनिवार को यहां यह जानकारी दी.

Updated on: 15 May 2021, 06:16 PM

highlights

  • कर्नाटक के तटीय क्षेत्रों पर चक्रवात 'तौकते' की दस्तक
  • 75 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चल रही हैं हवाएं
  • केरल के कुछ हिस्सों को भी चक्रवात 'तौकते' का असर

बेंगलुरु:

चक्रवात तौकते ने कर्नाटक के तटीय क्षेत्र में दस्तक दी है, जिसके परिणामस्वरूप विशेष रूप से दक्षिण कन्नड़ जिले में भारी बारिश हुई है, जहां लगभग 75 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शनिवार को यहां यह जानकारी दी. आईएमडी ने रविवार को पश्चिमी घाट क्षेत्र से सटे कुछ स्थानों - बेलगावी, चिक्कमगलुरु, दक्षिण कन्नड़, हसन, कोडागु, शिवमोग्गा, उडुपी और उत्तर कन्नड़ जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा की भविष्यवाणी की. आईएमडी ने शनिवार को दोपहर 12.15 बजे जारी अपने बयान में कहा, रविवार को कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश होगी.

इस बीच, कर्नाटक के तटीय क्षेत्रों में भी तेज हवाओं के साथ बौछार होने की संभावना है. आईएमडी ने कहा, कर्नाटक के तटों पर 40-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तेज हवाएं, 60-70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती है. आईएमडी की भविष्यवाणी से संकेत मिलता है कि चक्रवात तौकते शनिवार शाम तक एक गंभीर चक्रवाती तूफान में और रविवार शाम तक एक बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल सकता है. शुक्रवार को आईएमडी ने तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक पर पहले ही ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया था. यह अलर्ट निवासियों से खराब मौसम के लिए 'तैयार' रहने का आग्रह करता है. इस बीच, मछुआरों को भी सलाह दी गई है कि वे पूर्व-मध्य अरब सागर में, कर्नाटक तट के पास शुक्रवार से स्थिति सही होने तक न जाएं.

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इसके पहले केरल में तटीय क्षेत्रों को भारी नुकसान पहुंचा है. भले ही राज्य भर में भारी बारिश और समुद्र के हलचल होने के कारण कन्नूर से लगभग 290 किमी दूर दवाब है, लेकिन राज्य सरकार को लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने के लिए राज्य भर में कई शिविर खोलने के लिए मजबूर होना पड़ा है. भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान तौकते के एक भीषण चक्रवाती तूफान में और तेज होने की संभावना है. इसके उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और 18 मई की सुबह तक गुजरात तट के पास पहुंचने की संभावना है. केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने चक्रवाती तूफान से उत्पन्न किसी भी आपदा का सामना करने के लिए राज्य की तैयारियों की जानकारी दी है.

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विजयन ने कहा, भले ही, केरल चक्रवात के पूवार्नुमानित रास्ते में नहीं है, 16 मई तक राज्य में भारी बारिश, तेज हवाएं और तेज समुद्री झोंकों की उम्मीद है. हमें उन जिलों और आसपास के जिलों में अत्यधिक सावधानी बरतनी चाहिए जहां मौसम विभाग ने रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है और सभी से अधिकारियों के साथ सहयोग करने और जब भी कहा जाए तो शिविरों में जाने की अपील की.