logo-image

CM बसवराज बोम्मई बोले-कर्नाटक में कन्नड़ सर्वोच्च है, कोई अन्य भाषा नहीं

कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा है कि हिंदी कभी भी हमारी राष्ट्रीय भाषा नहीं होगी. सिद्धारमैया ने ट्वीट करते हुए कहा कि हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा न कभी थी और न कभी होगी.

Updated on: 29 Apr 2022, 06:25 PM

नई दिल्ली:

कर्नाटक में हिजाब, बाइबिल और बुलडोजर विवाद के बाद अब भाषा विवाद ने जन्म ले लिया है. राज्य में भाषा को लेकर विवाद शुरू हो गया है. अब इस पर राजनीति भी शुरू हो गई है. पहले राष्ट्रीय भाषा हिंदी को लेकर कन्नड़ सुपरस्टार किच्चा सुदीप और बॉलिवुड एक्टर अजय देवगन में बहस छिड़ी. अब इस मामले में कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया भी कूद पड़े हैं. कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने राष्ट्र भाषा विवाद पर कहा, "मैंने इसे स्पष्ट रूप से कहा है, क्योंकि भाषाई आधार पर राज्यों का गठन किया गया था, क्षेत्रीय विचारों की प्रधानता होगी. कर्नाटक में कन्नड़ सर्वोच्च है, कोई अन्य भाषा नहीं."

जबकि कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा है कि हिंदी कभी भी हमारी राष्ट्रीय भाषा नहीं होगी. सिद्धारमैया ने ट्वीट करते हुए कहा कि हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा न कभी थी और न कभी होगी. हमारे देश की भाषाई विविधता का सम्मान करना प्रत्येक भारतीय का कर्तव्य है. प्रत्येक भाषा का अपना समृद्ध इतिहास है, जिस पर लोगों को गर्व होना चाहिए. मुझे कन्नड़ होने पर गर्व है.

सीएम बी बोम्मई ने कहा कि कर्नाटक में 2 लाख टन और अभी हाल ही में अतिरिक्त 1.14 लाख टन रागी की खरीद की गई. अभी और मांग है; उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री (पीयूष गोयल) के साथ उठाए गए मुद्दे और अन्य 2 लाख टन की मंजूरी पर चर्चा की जाएगी. 


कर्नाटक के सीएम बी बोम्मई ने कैबिनेट विस्तार पर कहा कि, "मैं मुख्यमंत्रियों और उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीशों के सम्मेलन में भाग लेने के लिए आज दिल्ली जा रहा हूं ... मैंने पार्टी के शीर्ष अधिकारियों के साथ कैबिनेट विस्तार पर चर्चा नहीं की है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के 3 मई को बेंगलुरु जाने की संभावना है और मैं तब कैबिनेट विस्तार पर चर्चा करूंगा. ”