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आंध्र प्रदेश : गोदावरी से ज़िन्दगी की जंग जारी, जज़्बे और हिम्मत से बाढ़ का मुकाबला

गोदावरी इस इलाके को लील लेना चाहती है. लेकिन लोग गोदावरी से टक्कर लेकर अपने गांव को बचा रहे हैं. गोदावरी नदी में उतरे ये लोग अपने गांव को बचाने के लिए लोहे के जाल बिछा रहे हैं.

Updated on: 19 Jul 2022, 01:49 PM

नई दिल्ली:

आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में बाढ़ ने त्रासदी का रूप ले लिया है. लोगों के मकान, दुकान, व्यापार,  ज़िन्दगी सब कुछ बर्बाद हो रहा है. महाराष्ट्र से निकली गोदावरी नदी मानों इस बार सबकुछ बहाकर ले जाएगी. लेकिन आंध्र प्रदेश का एक गांव पौनापनी लंका एक ऐसा गांव है जहां गांव के लोगों की जंग गोदावरी से हो रही है. गोदावरी सड़कों को काटकर घर में घुसना चाहती है लेकिन यहां के लोग गोदावरी को ऐसा करने नहीं देंगे. न्यूज़ नेशन संवाददाता सय्यद आमिर हुसैन और वीडियो जर्नलिस्ट अभिजीत ने बाढ़ प्रभावित गांवों में जाकर ग्रमीणों द्वारा बाढ़ से बचने के उपक्रम को देखा.
 

गोदावरी इस इलाके को लील लेना चाहती है. लेकिन लोग गोदावरी से टक्कर लेकर अपने गांव को बचा रहे हैं. गोदावरी नदी में उतरे ये लोग अपने गांव को बचाने के लिए लोहे के जाल बिछा रहे हैं. जाल के साथ में ये पत्थर भी डाल रहे हैं ताकि जाल को नदी के नीचे तक मज़बूती मिले और रोड जो कहीं इस गांव के लिए गोदावरी से बांध की तरह बचाती है उससे बचाया जा सके. हर तरह से यहां के स्थानीय लोग बाढ़ के समय गोदावरी को चुनौती दे रहे हैं. वाटर पंप से जो पानी गोदावरी से इस इलाके में आया उसे गोदावरी को इस पंप से गोदावरी में वापस भेजा जा रहा है.

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जॉइंट कमिश्नर और डिस्ट्रिक्ट कलेक्ट्रेट का कहना है स्थानीय लोगों की इसी जज़्बे की वजह से अभी तक आंध्र प्रदेश में बाढ़ से एक भी मौत नहीं हुई है. गोदावरी और लोगों के बीच ज़िन्दगी की जंग जारी है और इसमें लोगों के जज़्बे और हिम्मत जीत रही है. बाढ़ से बचने के लिए लोग प्रशासन के साथ मिलकर काम कर रहे हैं यही वजह है कि इस त्रासदी से अपनी जान बचा पा रहे हैं.त्रासदी सिर्फ एक जगह तक नहीं है आंध्र प्रदेश गोदावरी नहीं से जुड़े जितने भी इलाके हैं सभी जल मग्न हैं.