नई दिल्ली:
नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और प्रस्तावित एनआरसी (NRC) पर एआईएमआईएम (AIMIM) नेताओं की बैठक में पार्टी प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने कहा, हम इस CAA और प्रस्तावित एनआरसी बिल का विरोध करेंगे पर शांतिपूर्ण तरीके से. ओवैसी ने कहा, 'पुलिस की अनुमति मिलने के बाद ही हम विरोध प्रदर्शन करंगे. आप सभी जानते हैं कि मंगलुरू में पुलिस ने बर्बरता और हिंसा को अंजाम दिया, जहां दो मुसलमानों की मौत हो गई. अगर हिंसा होती है तो हम इसकी निंदा करेंगे और इससे खुद को अलग कर लेंगे.
A Owaisi in meeting: Have to oppose this act strongly,but only after taking police permission&peacefully. As you know in Lucknow&Delhi,there was police brutality& violence,in Mangaluru two Muslims died. If there is violence then we will condemn and disassociate ourselves from it https://t.co/fZIMfXPVVB
— ANI (@ANI) December 20, 2019
इससे पहले एआईएमआईएम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा था, अगर देशभर में एनआरसी लागू हुआ तो मुसलमानों की नागरिकता बादशाह सलामत की इच्छा पर निर्भर करेगी. उन्होंने कहा कि एनआरसी को लागू करने के गंभीर परिणाम सामने आएंगे. इससे पहले संसद में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि एनआरसी पूरे देश में लागू किया जाएगा.
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ओवैसी ने ट्वीट कर कहा था, 'दस्तावेज उसी तरह से नहीं होते हैं जैसे नागरिकता. एनआरसी के तहत अगर हम सभी (मुसलमानों) को गैर भारतीय मान लिया जाता है तो हमें तभी नागरिक माना जाएगा जब बादशाह सलामत हमारे दस्तावेजों को सही मानते हैं. कल्पना करिए जिन लोगों ने हमें यह दिया है वे अगर इसे लागू करते हैं तो परिणाम कितने भयावह होंगे.'
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एक अन्य ट्वीट में ओवैसी ने कहा था, 'मैंने सीएए के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर की है. AIMIM भारत के बहुलवादी, धर्मनिरपेक्ष संवैधानिक लोकतंत्र को बनाए रखने के लिए लड़ाई लड़ेगी. यह लड़ाई हर संभव मंच और हमारे पास मौजूद हर संवैधानिक हथियार का उपयोग कर लड़ी जाएगी.