logo-image

हम CAA का पुरजोर विरोध करेंगे पर हिंसा का साथ नहीं देंगे, AIMIM की बैठक में बोले असदुद्दीन ओवैसी

ओवैसी ने कहा, 'पुलिस की अनुमति मिलने के बाद ही हम विरोध प्रदर्शन करंगे. आप सभी जानते हैं कि मंगलुरू में पुलिस ने बर्बरता और हिंसा को अंजाम दिया, जहां दो मुसलमानों की मौत हो गई.

Updated on: 20 Dec 2019, 11:04 AM

नई दिल्‍ली:

नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और प्रस्‍तावित एनआरसी (NRC) पर एआईएमआईएम (AIMIM) नेताओं की बैठक में पार्टी प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने कहा, हम इस CAA और प्रस्‍तावित एनआरसी बिल का विरोध करेंगे पर शांतिपूर्ण तरीके से. ओवैसी ने कहा, 'पुलिस की अनुमति मिलने के बाद ही हम विरोध प्रदर्शन करंगे. आप सभी जानते हैं कि मंगलुरू में पुलिस ने बर्बरता और हिंसा को अंजाम दिया, जहां दो मुसलमानों की मौत हो गई. अगर हिंसा होती है तो हम इसकी निंदा करेंगे और इससे खुद को अलग कर लेंगे.

इससे पहले एआईएमआईएम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा था, अगर देशभर में एनआरसी लागू हुआ तो मुसलमानों की नागरिकता बादशाह सलामत की इच्‍छा पर निर्भर करेगी. उन्‍होंने कहा क‍ि एनआरसी को लागू करने के गंभीर परिणाम सामने आएंगे. इससे पहले संसद में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि एनआरसी पूरे देश में लागू किया जाएगा.

यह भी पढ़ें : CAA के विरोध के बीच बड़ी आतंकी वारदात के फिराक में हैं आतंकवादी : रिपोर्ट

ओवैसी ने ट्वीट कर कहा था, 'दस्‍तावेज उसी तरह से नहीं होते हैं जैसे नागरिकता. एनआरसी के तहत अगर हम सभी (मुसलमानों) को गैर भारतीय मान लिया जाता है तो हमें तभी नागरिक माना जाएगा जब बादशाह सलामत हमारे दस्‍तावेजों को सही मानते हैं. कल्‍पना करिए जिन लोगों ने हमें यह दिया है वे अगर इसे लागू करते हैं तो परिणाम कितने भयावह होंगे.'

यह भी पढ़ें : पाकिस्‍तान में महक केसवानी हो गई महक फातिमा, धर्मांतरण पर मचा बवाल

एक अन्‍य ट्वीट में ओवैसी ने कहा था, 'मैंने सीएए के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर की है. AIMIM भारत के बहुलवादी, धर्मनिरपेक्ष संवैधानिक लोकतंत्र को बनाए रखने के लिए लड़ाई लड़ेगी. यह लड़ाई हर संभव मंच और हमारे पास मौजूद हर संवैधानिक हथियार का उपयोग कर लड़ी जाएगी.