New Update
/newsnation/media/post_attachments/images/2019/03/17/ladiesneta-93.jpg)
प्रतीकात्मक फोटो
0
By clicking the button, I accept the Terms of Use of the service and its Privacy Policy, as well as consent to the processing of personal data.
Don’t have an account? Signup
देश में महिला-पुरुष को बराबर का दर्जा दिया गया है, इसके बावजूद इस तरह की वीडियो हैरान करने वाली है
प्रतीकात्मक फोटो
लोकसभा चुनाव (LOK SABHA ELECTION) की घोषणा हो चुकी है और पूरे देश में आचार संहिता (CODE OF CONDUCT) लागू कर दी गई है. देश चुनावी मूड (ELECTION MOOD) में है. नेता और जनता अपनी-अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर रही है. इस बीच नेताओं की तानाशाही रवैया भी देखने को मिल रहा है. देश में पुरुष-महिला को बराबर का दर्जा दिया गया है, लेकिन आज भी देश के कई कोनों में महिलाओं को घृणा, अत्याचार का सामना करना पड़ता है. ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा अपने विधानसभा क्षेत्र के खेतासर गांव में धन्यवाद सभा में पहुंचीं. इस सभा में पहुंचने वालों में एक मात्र महिला सरपंच और बांकी सभी पुरुष वहां पहुंचे. उस बीच में दिव्या मदेरणा को विरासत में मिली राजनीति और अहंकार इतना सर चढ़कर बोल रहा है कि वह अपने पास महिला सरपंच को बैठने तक नहीं दे रही है.
यह भी पढ़ें -BJP Candidate First List: लोकसभा चुनाव के प्रत्याशियों की सूची तैयार, शत्रुघ्न सिन्हा का टिकट कटा
महिला सरपंच घूंघट में वीडियो में दिख रही है जो कि सभा मे स्टेज पर जाकर दिव्या मदेरणा के पास बैठने ही जा रही थीं कि दिव्या मदेरणा ने देखा और उससे कहा कि वह सामने जाकर जमीन पर बैठे. महिला सरपंच सामने नीचे पुरुषों के बीच में बैठने को मजबूर हुईं. धन्यवाद सभा को संबोधित कार्यक्रम का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. लोकसभा चुनाव सर पर है और इस तरह के वीडियो आने से कांग्रेस के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है साथ ही सोशल मीडिया पर कई तरह की कमेंट भी किया जा रहा है. क्षेत्र के लोगों का यह मानना है कि सरकार चुनते ही इस तरह का अहंकार आना तो आने वाले 5 सालों में क्या होगा?
Source : News Nation Bureau