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सर्जिकल स्ट्राइक के वीडियो फुटेज एक बार नहीं, बल्कि 10 बार सामने आ चुके हैं: अशोक गहलोत

पाकिस्तान में किये गये सर्जिकल स्ट्राइक के वीडियो फुटेज को लेकर मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ सहित अन्य विपक्षी दलों द्वारा सबूत मांगे जाने पर एक सवाल के जवाब में भाजपा नेता गहलोत ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘इसके वीडियो फुटेज एक बार नहीं, 10 ब

Updated on: 22 Feb 2020, 08:28 PM

मंदसौर:

केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत ने पाकिस्तान में किए गये सर्जिकल स्ट्राइक पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा सबूत मांगे जाने के एक दिन बाद शनिवार को कहा कि सबूत के तौर पर इसके वीडियो फुटेज एक बार नहीं बल्कि 10 बार सामने आ चुके हैं. पाकिस्तान में किये गये सर्जिकल स्ट्राइक के वीडियो फुटेज को लेकर मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ सहित अन्य विपक्षी दलों द्वारा सबूत मांगे जाने पर एक सवाल के जवाब में भाजपा नेता गहलोत ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘इसके वीडियो फुटेज एक बार नहीं, 10 बार आ गए हैं.’’

उन्होंने कहा, ‘‘इन्हें देखने के बाद भी जानबूझकर इस प्रकार के दुष्प्रचार करने का षड्यंत्र किया जा रहा है. यह ठीक नहीं है.’’ गहलोत ने कहा, ‘‘अनेक बार यह सिद्ध हो गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में सेना ने पाकिस्तान में दो बार सर्जिकल स्ट्राइक की है, एक बार वायुसेना ने और दूसरी बार थल सेना ने की.’’ उन्होंने कहा, ‘‘दोनों बार की गई सर्जिकल स्ट्राइक सफल हुई है. इस बात को पाकिस्तान भी महसूस कर रहा है. वह (पाकिस्तान) उसके कारण दुखी है. लेकिन (हमारे देश के) कुछ लोग हैं जो इन सर्जिकल स्ट्राइक पर शंका कर रहे हैं.’’

गहलोत ने कमलनाथ एवं विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘जो सेना देश की आन, बान और शान के लिए सर्वस्व न्योछावर करने के लिए तत्पर रहती है और कर्तव्यनिष्ठा एवं ईमानदारी से काम करती है, उस पर इन कुछ लोगों का शंका करना निंदनीय है.’’ देश के कुछ स्थानों में हाल में देश विरोधी नारे लगाए जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘देश विरोधी नारे कोई भी लगाए निंदनीय है. जो राजनीतिक दल ऐसे लोगों का समर्थन करते हैं, मैं उनकी निंदा करता हूं और उनको सलाह देता हूं कि जो पाकिस्तान समर्थित नारे लगाते हैं और देश विरोधी बातें करते हैं, उनको समर्थन देना बंद करें एवं उनकी निंदा करना चालू करें.’

’ दिल्ली के शाहीन बाग में किए जा रहे प्रदर्शन को लेकर पूछे गए प्रश्न के उत्तर में गहलोत ने कहा, ‘‘लोगों को अपनी समस्याओं के हल के लिए प्रदर्शन करने का हक है लेकिन इस प्रदर्शन का कोई औचित्य नहीं है. सीएए किसी के खिलाफ नहीं है. यह किसी की नागरिकता छीनने के लिए नहीं है, बल्कि नागरिकता देने के लिए है.’’ उन्होंने कहा कि सीएए के खिलाफ ये प्रदर्शन जानबूझकर भारत सरकार की उपलब्धियों को दबाकर लोगों को भ्रमित करने के प्रयास हैं जो असफल साबित होंगे.