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Shiva Statue: विश्वास स्वरूपम प्रतिमा अद्भुत, अद्वितीय, मनोरम : जगदीप धनखड़

Shiva Statue: देश के उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ मंगलवार को सपरिवार नाथद्वारा आए. उन्होंने विश्व की सबसे ऊंची शिव प्रतिमा 'विश्वास स्वरूपम' स्टेच्यू ऑफ बिलीफ का अवलोकन किया.

Updated on: 26 Oct 2022, 04:59 PM

highlights

  • उप राष्ट्रपति धनखड़ आए नाथद्वारा, विश्व की सबसे ऊंची शिव प्रतिमा ‘‘विश्वास स्वरूपम‘‘ का किया अवलोकन
  •  विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी और संत कृपा सनातन संस्थान के ट्रस्टी मदन पालीवाल ने किया स्वागत 

नाथद्वारा:

Shiva Statue: देश के उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ मंगलवार को सपरिवार नाथद्वारा आए. उन्होंने विश्व की सबसे ऊंची शिव प्रतिमा 'विश्वास स्वरूपम' स्टेच्यू ऑफ बिलीफ का अवलोकन किया. जहां राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी और संत कृपा सनातन संस्थान के ट्रस्टी मदन पालीवाल और मंत्रराज पालीवाल ने उनका स्वागत अभिनन्दन किया. इस दौरान राज्य सरकार के सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना भी मौजूद थे. विश्व की सबसे ऊंची शिव प्रतिमा का अवलोकन करने के दौरान उप राष्ट्रपति धनखड़ ने कहा कि वह राज्यपाल रहते हुए यहां आए और धर्मपत्नी के साथ शिव प्रतिमा के शीश पर जाकर पूरा दृश्य देखा कि जो कुछ मदन पालीवाल जी ने सोचा था, वह अब पूरी तरह हकीकत में सामने आने लगा है.

उन्होंने आगे कहा कि यह प्रतिमा अद्भुत, अद्वितीय, मनोरम है. यहां मैं दो बार आया हूं. इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने उप राष्ट्रपति और उनकी धर्मपत्नी का स्वागत किया और उन्हें फिर से नाथद्वारा आने का निमंत्रण दिया. डॉ. जोशी ने उन्हें न्यौता दिया कि वह शिव प्रतिमा के लोकार्पण के लिए यहां पधारें.

शिव प्रतिमा का लोकार्पण समारोह 29 से 

पुष्टीमार्गीय वैष्णव संप्रदाय की सबसे बड़ी पीठ श्रीनाथजी की नगरी नाथद्वारा में विश्व की सबसे बड़ी 369 फीट ऊंची शिव प्रतिमा 'विश्वास स्वरूपम' का लोकार्पण महोत्सव 29 अक्टूबर से शुरू होगा. नौ दिवसीय कार्यक्रम के बीच इस प्रतिमा का लोकार्पण समारोह आयोजित होगा, जिसमें देश-विदेश के कई लोग भाग लेंगे. इस प्रतिमा का लोकार्पण प्रख्यात संत एवं रामकथा वाचक मोरारी बापू करेंगे. इस प्रतिमा का निर्माण संत कृपा सनातन संस्थान के ट्रस्टी मदन पालीवाल ने कराया है. भगवान शिव की अल्हड़ रूप में बनाई प्रतिमा बेहद ही सौम्य है. नाथद्वारा की गणेश् टेकरी पर बनी यह प्रतिमा 20 किलोमीटर दूर से ही नजर आने लग जाती है.