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उदयपुर आतंकी वारदात के शिकार बने कन्हैया लाल के दोनों बेटों को सरकारी नौकरी

उदयपुर में आतंकी वारदात में अपनी जान गंवाने वाले कन्हैया लाल के दोनों बेटों को सरकारी नौकरी मिलेगी. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कैबिनेट ने इसकी मंजूरी दे दी है.

Updated on: 07 Jul 2022, 07:00 AM

highlights

  • कन्हैया लाल के दोनों बेटों को सरकारी नौकरी
  • दोनों को नौकरी दे रही है राजस्थान सरकार
  • नौकरी देने के लिए करना पड़ा नियमों में बदलाव

जयपुर:

उदयपुर में आतंकी वारदात में अपनी जान गंवाने वाले कन्हैया लाल के दोनों बेटों को सरकारी नौकरी मिलेगी. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कैबिनेट ने इसकी मंजूरी दे दी है. चूंकि कन्हैया लाल अपने परिवार मे इकलौते शख्स थे, जो कमाते थे. लेकिन अब उनकी हत्या हो चुकी है. कन्हैया लाल के दोनों बेटों को सरकारी नौकरी देने के लिए सरकार को नियमों में भी बदलाव करना पड़ा है. बता दें कि उदयपुर में कन्हैया लाल की उनकी दुकान में गला रेत कर हत्या कर दी गई थी. ये हत्या दो इस्लामिक आतंकियों ने की थी, जिन्हें फरार होने के बाद राजस्थान पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. 

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बुधवार को कैबिनेट की बैठक के बाद प्रतापसिंह खाचरियावास और ममता भूपेश ने प्रेस ब्रीफिंग की. इस दौरान उन्होंने बताया कि उदय की घटना में जान गंवाने वाले कन्हैयालाल तेली के बच्चों को सरकारी नौकरी देने का फैसला लिया गया है. इसके साथ ही कन्हैयालाल तेली के पुत्र यश तेली और तरुण तेली को नौकरी देने का रास्ता साफ हो गया है. उन्होंने कहा कि जब घटना हुई तो सरकार ने सारे प्रोग्राम रद्द कर तत्काल आतंकियों को पकड़ा गया.

वहीं, भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि जो पार्टियां धर्म के आधार पर दंगा करवाती हैं, उनके लिए लोकसभा में बिल आना चाहिए. दोनों मंत्रियों ने कहा कि अगर आप नूपुर शर्मा को सही मानते हैं, तो आपने नूपुर शर्मा को पार्टी से क्यों निकाला. कन्हैया लाल की हत्या करने वाले बीजेपी के कार्यकर्ता थे.