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'कांग्रेस से क्रैश लैंडिंग' के बाद बोले पायलट- सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नहीं

सचिन पायलट को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री पद से बर्खास्त कर दिए जाने के बाद उन्होंने कहा कि सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नहीं.

Updated on: 14 Jul 2020, 03:07 PM

राजस्थान:

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री पद से बर्खास्त कर दिए जाने के बाद सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने कहा कि सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नहीं. वहीं इसके बाद सचिन पायलट के समर्थकों में आक्रोश व्याप्त हो गया है और आज दौसा कलेक्ट्रेट के बाहर करीब 8 से 10 पायलट समर्थक धरने पर बैठ गए. युवा कांग्रेस के यह पदाधिकारी सचिन पायलट पर हुई कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं. इन यूथ कांग्रेसियों का कहना है कि कांग्रेस (Congress) पार्टी द्वारा जो कार्रवाई की गई है वह पूर्णतया गलत है और इसके लिए इसके विरोध में सड़कों पर उतरेंगे और कांग्रेस के खिलाफ विरोध करेंगे.

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पायलट अपनी आगे की रणनीति का खुलासा करेंगे

गहलोत सरकार के खिलाफ बगावती तेवर अख्तियार कर चुके सचिन पायलट पर कांग्रेस पार्टी ने कार्रवाई कर दी है. उन्हें उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद दोनों से हटा दिया है. कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इस बात की जानकारी दी है. वहीं पार्टी के इस फैसले पर सचिन पायलट ने ट्वीट कर कहा कि कहा कि 'सत्य को परेशान किया जा सकता है पराजित नहीं. यही नहीं सचिन पायलट आज शाम पांच बजे अपना पक्ष भी रखेंगे. माना जा रहा कि इसमें पायलट अपनी आगे की रणनीति का भी खुलासा करेंगे.

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अशोक गहलोत बोले- 20 लोगों से पार्टी नहीं टूटती

इस बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोता का बयान सामने आया है. पायलट को बर्खास्त किए जाने के बाद उन्होंने कहा कि 20 लोगों से पार्टी नहीं टूटती. 122 लोग हमारे साथ हैं. इसी के साथ राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) औऱ डिप्टी सीएम सचिन पायलट (Sachin Pilot) की नाक की लड़ाई का पहला राउंड गहलोत के पक्ष में रहा. सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ सचिन पायलट के अड़ जाने और कांग्रेस आलकमान के बार-बार मनुहार के बाद ही साफ हो गया था कि अब राजस्थान कांग्रेस (Congress) में दो फाड़ तय है. इसी की पहले चरण में कांग्रेस विधायक दल में कई बार बुलाए जाने के बावजूद शामिल नहीं होने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई के तहत बागी हो चुके सचिन पायलट से डिप्टी सीएम और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की कमान छीन (Sacked) ली गई. इसके साथ ही अशोक गहलोत सरकार के तीन मंत्रियों का भी पत्ता साफ हो गया है. ये सचिन पायलट समर्थक माने जाते हैं.