राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ-साथ खेल और अन्य सह-शैक्षणिक गतिविधियों में भागीदारी करनी चाहिए, ताकि उनका व्यक्तित्व निखर सके . एक स्कूल के वार्षिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गहलोत ने कहा कि युवा पीढ़ी देश का भविष्य होती है, इसलिए हमें उसको बेहतरीन शिक्षा के अवसर देने होंगे और जितनी अच्छी शिक्षा होगी, हम उतना ही बेहतर समाज और देश बना सकेंगे.
उन्होंने कहा कि किसी भी समाज की तरक्की के लिए यह आवश्यक है कि बालिकाओं को पढ़ाई के अधिकाधिक अवसर और बेहतर शिक्षा मिले, क्योंकि महिलाओं के सशक्तीकरण में शिक्षा की बड़ी भूमिका है. युवाओं में बढती नशे की आदत पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि आज देश के युवा नशे की लत का शिकार हो रहे हैं. युवाओं को इस लत से बचाने के लिए भी सामाजिक संगठनों को आगे आना चाहिए. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने इस दिशा में कदम उठाते हुए प्रदेश में हुक्काबार और ई-सिगरेट पर रोक लगाई है. मुख्यमंत्री ने घूंघट प्रथा को समाप्त करने के अभियान की बात को दौहराते हुए कहा कि इसमें महिला एवं पुरूषों को समान रूप से भागीदारी निभानी चाहिए. कार्यक्रम में पूर्व मेयर ज्योति खंडेलवाल और अन्य लोग मौजूद थे.
Source : Bhasha