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प्रसिद्ध धार्मिक स्थल खाटू श्यामजी मेले में भंडारों पर शुल्क बढ़ाने का मामला सदन में गूंजा

खाटू श्याम जी में भंडारों और शिविरों पर शुल्क बढ़ाने के मामले में सियासत तेज हो गई है. कांग्रेस भाजपा इस मुद्दे पर आमने सामने हो गए हैं. खाटू श्याम जी में भंडारों पर शुल्क बढ़ाने का मुद्दा शून्यकाल के दौरान विधानसभा में गूंजा. भा

Updated on: 02 Mar 2020, 04:42 PM

नई दिल्ली:

खाटू श्याम जी में भंडारों और शिविरों पर शुल्क बढ़ाने के मामले में सियासत तेज हो गई है. कांग्रेस भाजपा इस मुद्दे पर आमने सामने हो गए हैं. खाटू श्याम जी में भंडारों पर शुल्क बढ़ाने का मुद्दा शून्यकाल के दौरान विधानसभा में गूंजा. भाजपा विधायक रामलाल शर्मा ने शून्यकाल के दौरान खाटू श्याम जी मेले में भंडारों पर शुल्क बढ़ाने का मामला उठाया. रामलाल शर्मा ने कहा, खाटू श्याम जी में भंडारों से सरकार 32 हजार रुपए वसूल रही है,21 हजार रुपए पंजीयन शुल्क और 11 हजार रुपए सफाई शुल्क के वसूले जा रहे हैं.  रामलाल ने पूछा क्या अजमेर दरगाह जियारत करने वालों से भी ऐसी ही वसूली होती है. उन्होंने सरकार से खाटूश्यामजी में भंडारों और चिकित्सा शिविरों से वसूली बंद करने की मांग की.

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हालांकि, विधानसभा शुरू होने से पहले ही बीजेपी विधायकों ने शुल्क बढ़ाने को लेकर अपने आक्रामण तेवर दिखा दिए थे. बीजेपी ने इसको लेकर गहलोत सरकार को हिंदु विरोधी तक बता दिया था.

बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि मैं तो पहले ही कह चुका हूं कि इनके पास चादर लेकर अजमेर दरगाह जाने का समय है, लेकिन इनके पास मंदिर जाने का समय नहीं. उल्टा मंदिर में आस्था रखने वालों पर शुल्क लगाते हैं.

बता दें कि खाटू श्याम लकी मेले के दौरान श्रद्धालुओं की सेवा और भोजन प्रसादी के लिए नंदन लगाने वाले लोगों पर इस बार शुल्क बढ़ा दिया गया है.  इनसे 21000 शुल्क वसूला जा रहा है जबकि 11000 सफाई शुल्क के नाम पर स्थानीय निकाय को देना होगा.