logo-image

गहलोत मंत्रिमंडल फेरबदल का काउंटडाउन! इन विधायकों को मंत्री बनवाना चाहते हैं सचिन पायलट

राजस्थान में गहलोत मंत्रिमंडल फेरबदल की चर्चाएं जोरों पर हैं, ऐसे में सचिन पायलट ने मंत्री पद के लिए तीन विधायकों के नाम पेश किए हैं

Updated on: 24 Jul 2021, 12:07 AM

नई दिल्ली:

राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने को करीब है, जिसकी आहट दिखाई देने लगी है. जहां सियासी दल अपनी तैयारी कर रहे हैं, वहीं, राजस्थान मंत्रिमंडल फेरबदल का  काउंटडाउन शुरू हो गया है. आलाकमान से जुड़े सूत्रों ने इसको लेकर स्पष्ट संकेत दिए है. इस बीच सूत्रों के हवाले से बड़ी सियासी खबर सामने आई है. बताया जा रहा है कि सचिन पायलट ने 3 विधायकों दीपेंद्र सिंह,बृजेन्द्र ओला और मुरारी मीणा को मंत्रिमंडल में लेने की की पैरवी की है. सूत्रों के अनुसार विश्वेन्द्र सिंह को भी फिर मंत्री बनाने पर सहमति बनी है, लेकिन रमेश मीणा पर अभी पेज फंसा हुआ है. वहीं, हेमाराम चौधरी डिप्टी स्पीकर बन सकते हैं.

यह भी पढ़ें : अरावली के जंगल में कोई फार्महाउस या अनधिकृत ढांचा नहीं होना चाहिए : सुप्रीम कोर्ट

आलाकमान के स्तर पर सब कुछ फाइनल हो चुका

बताया जा रहा है कि आलाकमान के स्तर पर सब कुछ फाइनल हो चुका है. खबर यहां तक है कि सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट समेत सभी पक्षों से विचार-विमर्श पूरा हो चुका है. मंत्रिमंडल में किस खेमे के कितने लोग रहेंगे ये भी तय हो चुका है. अब 'राजस्थान फॉर्मूले' की घोषणा किसी भी वक्त संभव है. इस सारे माहौल में राजनीतिक प्रेक्षक एक ही सवाल पूछ रहे?. अगर सबकुछ है फाइनल हो गया तो फिर क्यों 'पैकेज' की नहीं हो रही घोषणा नहीं हो रही है?. माना जा रहा है कि शायद किसी शुभ मुहूर्त का आलाकमान इंतजार कर रहा  है.  बताया जा रहा है कि कांग्रेस आलाकमान अभी तक पंजाब कांग्रेस में मची उथल-पुथल को दुर करने में व्यस्त था. वहीं, अब अगले एक-दो दिन में सुलझ जाएगा. ऐसा माना जा रहा है.  तो कांग्रेस नेता हेमाराम चौधरी अभी भी विधायकी से इस्तीफे पर अड़े हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पिछले दिनों हेमाराम से बात की थी. सूत्रों के अनुसार क्षेत्र की जनता की समस्याओं पर बात हुई थी.

यह भी पढ़ें : तेलंगाना हादसे पर PM मोदी ने जताया शोक, दो-दो लाख मुआवजे की घोषणा

'आप सीनियर आदमी हो, आपका मान-सम्मान होगा'

साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा-'आप सीनियर आदमी हो, आपका मान-सम्मान होगा', लेकिन इस्तीफे पर हेमाराम की विधानसभा स्पीकर से मुलाकात नहीं हुई. 4 दिन से जयपुर में ही हेमाराम थे, लेकिन CPA के कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए. विधानसभा प्राक्क्लन समिति की बैठक नहीं बुलाई गई है. विधानसभा अधिकारी को कहा-'मैं इस्तीफा दे चुका तो कैसी कमेटी, कैसी मीटिंग'. दरअसल, विधानसभा अधिकारी ने पूछा था-'कब बुलानी है कमेटी की मीटिंग'. अब फिलहाल आज वापस बाड़मेर हेमाराम लौट गए हैं.