अब विश्व मानचित्र पर दिखाई देगा राजस्थान पर्यटन, यूनेस्को को मिली अहम जिम्मेदारी
एमओयू के मुताबिक, अब यूनेस्को 42 महीने तक जोधपुर, बीकानेर, बाड़मेर और जैसलमेर में एक विशेष पर्यटन सर्किट तैयार करेगा
नई दिल्ली:
राजस्थान के पश्चिमी चार जिलों को अब विश्व पर्यटन मानचित्र पर लाने की जिम्मेदारी यूनेसको निभाएगा. गुरुवार को पर्यटन भवन में पर्यटन व देवस्थान मंत्री विश्वेंद्र सिंह की मौजूदगी में प्रमुख शासन सचिव श्रेया गुहा और यूनेस्को के कंट्री डायरेक्टर एरिक फॉल्ट ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए. एमओयू के मुताबिक, अब यूनेस्को 42 महीने तक जोधपुर, बीकानेर, बाड़मेर और जैसलमेर में एक विशेष पर्यटन सर्किट तैयार करेगा.
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राजस्थान के पर्यटन को दुनिया के सामने लाने के लिए क्या करेगा यूनेस्को?
इसके तहत इन जिलों के हस्तशिल्प, लोक नृत्य और संगीत सहित अन्य सांस्कृतिक गतिविधियों का व्यापक प्रचार प्रसार किया जाएगा. इन चार जिलों के दस नए पर्यटन स्थलों का विकास किया जाएगा. जोधपुर के 450 लोक कलाकार, बाड़मेर के 550 और जैसलमेर और बीकानेर के 250-250 कलाकारों का चयन किया जाएगा, जो अपने क्षेत्र की हस्तशिल्प और नृत्य संगीत की विधाओं को विश्व पर्यटन पटल पर रख सकेंगे.
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ग्रामीण पर्यटन को भी मिलेगा बढ़ावा
पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने बताया कि उन्होंने यूनेसको से इस बात का आग्रह किया है कि अगले चरण वे पूर्वी राजस्थान को भी इस प्रोजेक्ट में शामिल करेंगे ताकि ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा मिले और पूर्वी राजस्थान के पर्यटन उत्पादों को मुख्यधारा में लाया जा सके.
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