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राजस्थान में IB ने ISI जासूस को पकड़ा, पाकिस्तान के संपर्क में था यूनुस

आईबी से जुड़े अधिकारी ने बताया कि यूनुस लंबे समय से पाकिस्तानी एजेंसियों के संपर्क में था. वो पाक हैण्डलिंग अफसरों को भारतीय मोबाईल नंबरों से वाट्सऐप चलाने के लिए फर्जी...

Updated on: 19 Feb 2022, 06:24 PM

highlights

अस्पताल की पार्किंग में काम करता था मोहम्मद यूनुस

आईएसआई अफसरों के साथ मिलकर करता था काम

पार्किंग की पर्ची काटने की आड़ में करता था देश से गद्दारी

जयपुर:

राजस्थान से एक के बाद एक पाकिस्तानी जासूस पकड़े जा रहे हैं. ताजे मामले में आईबी (Intelligence Bureau) ने मोहम्मद यूनुस नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जो आईएसआई के हैंडलर को सूचनाएं मुहैया कराता था और उसके ओजीडब्ल्यू (Over Ground Workers) नेटवर्क से जुड़ा हुआ था. आईबी इस व्यक्ति पर लगातार नजर रख रही थी, जिसे पूछताछ के बाद आधिकारिक तौर पर गिरफ्तार कर लिया गया है. गिरफ्तार व्यक्ति पाकिस्तान (Pakistan) की कुख्यात खुफिया एजेंसी के हैंडलर से जुड़ा था और उसे ओजीडब्ल्यू नेटवर्क को फैलाने में मदद किया करता था.

अजमेर का रहने वाला है जासूस यूनुस

जानकारी के मुताबिक, आईएसआई हैंडलर के संपर्क में रहकर देश से गद्दारी करने वाले व्यक्ति का नाम मोहम्मद यूनुस है. वो चंद रुपयों के लालच में आईएसआई के हैंडलर की मदद किया करता था. कहने को तो वो अजमेर के किशनगढ़ स्थित राजकीय अस्पताल की पार्किंग में तैनात था और गाड़ियों की पार्किंग का मामूली काम करता था. लेकिन आईएसआई के लिए वो बड़े-बड़े काम को अंजाम देता था. अब जयपुर में आईबी की टीम उससे पूछताछ में जुटी हुई है. शुरुआती जांच में चौंकाने वाली जानकारियां सामने आई हैं.

फर्जी सिम कार्ड से लेकर आर्मी कैंप की सेंसेटिव जानकारी तक करता था लीक

आईबी से जुड़े अधिकारी ने बताया कि यूनुस लंबे समय से पाकिस्तानी एजेंसियों के संपर्क में था. वो पाक हैण्डलिंग अफसरों को भारतीय मोबाईल नंबरों से वाट्सऐप चलाने के लिए फर्जी सिम जारी करवाता था और उसका ओटीपी उन्हें देकर उनके कामों में मदद करता था. यही नहीं, उसने नसीराबाद स्थित आर्मी कैंप की सेंसेटिव इन्फॉर्मेशन भी वॉट्सऐप चैट/वॉयस कॉल/वीडियो कॉल के जरिए भेजी थी. वो लगातार पाक हैंडलिंग अफसर के संपर्क में भी था और इन सूचनाओं के बदले पैसे पा रहा था. इस मामले में आईबी लगातार नजर रख रही थी. अब आईबी (Intelligence Bureau) ने आरोपी के फोन को जब्त कर लिया है और उसके खिलाफ शासकीय गुप्त बात अधिनियम 1923 के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है. फिलहाल उससे अब भी पूछताछ जारी है.