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राजस्थान: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर टिप्पणी करने से विधानसभा में भारी हंगामा, धरने पर बैठ गए बीजेपी विधायक

मामला बिगड़ता देखे विधानसभा अध्यक्ष स़़ीपी जोशी ने हंगामे के बीच ही मांग पारित करवाकर सदन की बैठक गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी

Updated on: 25 Jul 2019, 11:49 AM

नई दिल्ली:

राजस्थान विधानसभा में बुधवार रात को संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर वाल्मिकी समाज को लेकर एक गलत लेख लिखने का आरोप लगाने से भारी हंगामा हो गया. मामला इतना बिगड़ा कि सत्ता और प्रतिपक्ष के सदस्य आमने-सामने होकर वैल में नारेबाजी करने लगे. मामला बिगड़ता देखे विधानसभा अध्यक्ष स़़ीपी जोशी ने हंगामे के बीच ही मांग पारित करवाकर सदन की बैठक गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी. कार्यवाही स्थगित होने के बाद भी सत्ता और प्रतिपक्ष के सदस्य आपस में उलझते दिखाई दिए. विधानसभा की कार्यवार्ही स्थगित होने के बाद बीजेपी विधायक सदन में ही धरने पर बैठ गए.

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मामले की शुरुआत नगर आयोजना एवं प्रादेशिक विकास की अनुदान की मांगों पर हुई चर्चा के दौरान हुई. स्वायतशासन मंत्री शांति धारीवाल ने सफाई कर्मियों की भर्ती को लेकर बोलते हुए एक लेख का जिक्र किया. उन्होंने वाल्मिकी समाज पर लिखे इस लेख को पढ़ कर प्रतिपक्ष के सदस्यों से सवाल किया कि क्या इस तरह का लेख लिखने वाले लेखक की हम लोगों निंदा करनी चाहिए. इसके साथ ही धारीवाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को इस लेख का लेखक बताते हुए प्रतिपक्ष के सदस्यों से निंदा करने की मांग की.

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इस पर प्रतिपक्ष के सदस्य राजेन्द्र राठौड़ ,मदनदिलावर सहित अन्य सदस्यों ने कहा कि आप इसे टेबल कीजिए. उनके साथ ही प्रतिपक्ष के सदस्य नाराजगी जताते हुए आसन के सामने वैले में जमा हो गए और टेबलों को बजाने लगे. बीजेपी विधायक मदन दिलावर तो इतने गुस्से में नजर आए कि वो सत्तापक्ष की तरफ ही बढ़ने लगे. इस पर सत्तापक्ष के सदस्यों की तरफ से कुछ सदस्य दिलावर की तरफ बढ़ने लगे. मामला बढ़ता देख परिवहन म़ंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास और राजेन्द्र राठौड़ दोनों तरफ के सदस्यों के बीच में खड़े हो गए. आसन पर मौजूद विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी बार-बार सदस्यों से शांत रहने का आग्रह करते रहे, लेकिन सदस्य शांत नहीं हुए. मामला ज्यादा बढ़ता हुआ देख विधानसभा अध्यक्ष ने हंगामे के बीच मांग पारित करवाकर सदन की बैठक गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी.

बैठक स्थगित होने के बाद भी अध्यक्ष प्रतिपक्ष के सदस्यों के बीच जाकर उन्हें समझाते नजर आए. भाजपा विधायक सदन में धरने पर बैठे हुए थे. करवाई स्थगित होने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि संसदीय मंत्री ने जिस लेख का जिक्र किया है उसे मंगवा कर देखा जाएगा, उसके बाद आगे फैसला दिया जाएगा. अध्यक्ष के आशावसन के बाद भाजपा विधायकों ने धरना समाप्त कर दिया.