Rajasthan Political crisis : सुरजेवाल के बयान पर पायलट गुट के विधायक का पटलवार- फिर देखें गहलोत गुट के कितने विधायक टूटते हैं
रविवार की रात को बहुजन समाज पार्टी राजस्थान की गहलोत सरकार के विरोध में खड़ी हो गई है. बसपा ने अपने 6 विधायकों को व्हिप जारी करते हुए आदेश दिया है कि वो विधानसभा में किसी भी तरह के अविश्वास प्रस्ताव या किसी भी अन्य तरह की कार्यवाही में कांग्रेस के सम
नई दिल्ली:
राजस्थान में सियासी संकट थमने का नाम ही नही ले रहा है. सोमवार को सुबह राजस्थान के राजनीतिक घटनाक्रम को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है, लेकिन उसके पहले रविवार की रात को बहुजन समाज पार्टी राजस्थान की गहलोत सरकार के विरोध में खड़ी हो गई है. बसपा ने अपने 6 विधायकों को व्हिप जारी करते हुए आदेश दिया है कि वो विधानसभा में किसी भी तरह के अविश्वास प्रस्ताव या किसी भी अन्य तरह की कार्यवाही में कांग्रेस के समर्थन में वोट न करें. पार्टी ने ये व्हिप अपने छह विधायकों वाजिब अली, लखन सिंह, जेएस अवाना, संदीप कुमार, आर गुढ़ा और दीप चंद को जारी किया है.
सुरजेवाला के तीन विधायक आने के बयान पर पायलट कैंप के विधायक हेमाराम चौधरी ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि गहलोत कैंप के विधायक हताशा में है, इसलिए उन्हें दिलासा देने के लिए सुरजेवाला ने ऐसा बयान दिया. गहलोत कैंप के विधायक के लिए 2 दिन बाड़े बंदी हटाए. फिर देखें वहां से कितने विधायक हमारे पास आते हैं.
हाईकोर्ट की ओर से बसपा विधायकों की याचिका को खारिज करने के सवाल पर विधायक मदन दिलावर ने बताया कि याचिका को इसलिए खारिज किया गया है कि विधानसभाध्यक्ष ने इस पर सुनवाई कर ली है. हम विधिक राय लेकर दोबारा कोर्ट की शरण में जाएंगे.
बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा ने कहा की बीएसपी एक नई याचिका विधायकों के कांग्रेस में विलय के बारे में हाई कोर्ट में दायर करेगी. यह याचिका विधानसभा अध्यक्ष के ताजा फैसले के अध्ययन के बाद होगी
गहलोत गुट को मिली बड़ी राहत मिली है. बसपा के 6 विधायकों के कांग्रेस में मर्जर के खिलाफ भाजपा की याचिका खारिज कर दी गई है.
फेयर माउंट में चल रहे कांग्रेस विधायक दल की मीटिंग में रणदीप सुरजेवाला ने विधायकों से कहा हरियाणा में बैठे 19 विधायकों में से तीन अगले 48 घंटे में लौट आएंगे
होटल फेयरमाउंट में हुआ प्रस्ताव पारित, राष्ट्रपति को कांग्रेस भेजेगी ज्ञापन. संविधान और लोकतंत्र बचाओ अभियान के तहत ज्ञापन दिया जाएगा. प्रभारी अविनाश पांडे ने विधायकों को ज्ञापन पढ़ कर सुनाया. विधायकों ने दी प्रस्ताव को मंजूरी
राजस्थान में मचे सियासी घमासान के बीच बड़ी खबर. भाजपा विधायक मदन दिलावर विधानसभा में धरने पर बैठ गए हैं. विधानसभा में सचिव के कक्ष में धरनें पर बैठ गए हैं.
बसपा कीओर से राजस्थान हाईकोर्ट में पक्षकार बनने का प्रार्थना पत्र. एडवोकेट राजेन्द्र शर्मा करेंगे कोर्ट में पेश. हाइकोर्ट में पक्षकार बनने के लिये पेश किया प्राथना पत्र
सिब्बल- दुख की बात है कि HC, इस तरह के मामलों में सुप्रीम कोर्ट द्वारा तय व्यवस्था का पालन नहीं कर रहा है
सिब्बल ने कहा, 24 जुलाई को HC ने विस्तृत आदेश पास किया है. उस लिहाज़ से हमे अपनी क़ानूनी रणनीति को देखना है. हम उस आदेश को भी चुनौती देने पर विचार कर रहे हैं.
राजस्थान विधानसभा स्पीकर की ओर से पेश सिब्बल ने SC में दायर याचिका वापस लेने की इजाजत मांगी. कोर्ट ने इजाजत दी
राज्य सरकार और राजभवन में बनी हुई है टकराव की स्थिति
राजभवन ने सत्र आहूत करने संबंधी फाइल लौटाई. संसदीय कार्य विभाग को वापस भेजी फाइल. राज भवन ने सरकार से मांगी है कुछ जानकारियां. सत्र बुलाए जाने पर नहीं हुआ अभी कोई फैसला.
सुत्रों की माने तो विधानसभा अध्यक्ष सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान विशेष अनुमति याचिका को विड्रा कर सकते है. राजस्थान हाईकोर्ट के 24 जुलाई के आदेश के बाद विधानसभा अध्यक्ष को कानूनी जानकारो ने सलाह दी है कि उन्हे इस मामले में आगे बढने की बजाय पिछे कदम हटाना ठीक रहेगा.14 जुलाई को सचिन पायलट सहित 19 विधायकों को जारी किये नोटिस का मामला फिलहाल ठण्डे बस्ते में डाल देना ही उचित होगा. इसी रणनीति के तहत सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में अध्यक्ष अपनी विशेष अनुमति याचिका को विड्रा कर सकते है. कोर्ट द्वारा विशेष अनुमति याचिका को विड्रा करने की अनुमति नहीं देने पर अध्यक्ष की लीगल टीम संशेाधित याचिका पेश करने के लिए कोर्ट से निवेदन कर सकती है.ऐसे में अदालत को संशोधित याचिका पेश करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष को समय दे सकती है.
अभियान के क्रम में आज फेयरमोंट होटल पर कांग्रेस की सभा होनी है.सुबह 11 से 12 बजे तक होटल फेयरमोंट में एक सभा का आयोजन. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत,एआईसीसी के प्रभारी महामंत्री अविनाश पाण्डे, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा, पर्यवेक्षक रणदीप सुरजेवाला और अजय माकन, एआईसीसी सचिव विवेक बंसल जी, तरुण कुमार, देवेन्द्र यादव और काज़ी निज़ामुद्दीन सहित सभी कांग्रेस और सम्बद्ध विधायक मौजूद रहेंगे .
पायलट कैम्प की अब एक ही रणनीति है. गहलोत समर्थक विधायकों का बाड़ा खुलवाने की रणनीति. फिलहाल फेयरमाउंट होटल में सभी गहलोत समर्थक विधायक जमे हैं . उधर राजभवन पर भी जल्द सत्र बुलाने का दबाव है. लेकिन जानकार सूत्रों ने संकेत दिए हैं कि बाड़ा खुलवाए बिना विधानसभा सत्र नहीं होगा. वैसे खुद राज्यपाल भी अपनी मंशा व्यक्त कर चुके है.
BSP नेतृत्व की हिदायत पर राजेन्द्र गुढ़ा ने कहा- हमारा विलय कांग्रेस में हो चुका है. CM गहलोत के प्रति हमने विश्वास जताया है. हम किसी भी तरह के व्हिप मानने को तैयार नहीं है. जोगेन्द्र सिंह अवाना, वाजिब अली ने कहा- डेढ़ साल बाद BSP लीडरशिप ने याद किया है. लगता यही है बसपा और भाजपा मिल गए.
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