SI Paper Leak: राजस्थान SI भर्ती पेपर लीक मामले में सरकार का फैसला, क्या टूटेंगे 7 लाख अभ्यर्थियों का सपना?

RPSC Rajasthan SI Paper Leak: आरपीएससी द्वारा 2021 में आयोजित पुलिस सब इस्पेक्टर भर्ती लिखित परीक्षा के पेपर लीक मामले में नया खुलासा हुआ है. जांच एजेंसी द्वारा पेश की गई चार्जशीट के अनुसार, परीक्षा का पेपर प्रिंट होने से पहले ही लीक हो गया था.

RPSC Rajasthan SI Paper Leak: आरपीएससी द्वारा 2021 में आयोजित पुलिस सब इस्पेक्टर भर्ती लिखित परीक्षा के पेपर लीक मामले में नया खुलासा हुआ है. जांच एजेंसी द्वारा पेश की गई चार्जशीट के अनुसार, परीक्षा का पेपर प्रिंट होने से पहले ही लीक हो गया था.

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Garima Sharma
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Rajsthan SI paper leak

SI Paper Leak: राजस्थान SI भर्ती पेपर लीक मामले में सरकार का फैसला, क्या टूटेंगे 7 लाख अभ्यर्थियों का सपना?

राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) द्वारा 2021 में आयोजित पुलिस सब इंस्पेक्टर (SI) भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में अब एक बड़ा खुलासा हुआ है. जांच एजेंसी एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) की चार्जशीट के अनुसार, परीक्षा का पेपर प्रिंटिंग प्रेस जाने से पहले ही लीक हो चुका था. और यह जानकारी अभ्यर्थियों तक परीक्षा से 10 दिन पहले ही पहुंच चुकी थी.

पेपर लीक का खुलासा

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एसओजी की चार्जशीट के मुताबिक, 13, 14 और 15 सितंबर 2021 को आयोजित होने वाली इस परीक्षा का पेपर करीब 150 लोगों तक पहुंच चुका था, और यह पेपर प्रिंट होने से पहले ही लीक हो गया था. जांच में यह भी सामने आया कि जिन अभ्यर्थियों को यह पेपर दिया गया था, वे हाथ से लिखे गए थे, न कि कंप्यूटर पर तैयार किए गए थे. 

इस पेपर लीक में राजस्थान लोक सेवा आयोग के पूर्व सदस्य रामूराय राइका के बेटे और बेटी का नाम भी सामने आया है, जिनके अलावा अन्य कई अभ्यर्थियों को यह पेपर परीक्षा से पहले ही उपलब्ध करवा दिया गया था. यह पेपर लीक मामला अब राज्यभर में चर्चा का विषय बन चुका है.

भर्ती के लिए कितने पद थे?

राजस्थान पुलिस SI भर्ती 2021 के तहत कुल 859 पदों पर नियुक्तियां की जानी थीं, जिनमें से अधिकांश पद सब इंस्पेक्टर और प्लाटून कमांडर के थे. इस भर्ती के लिए 7 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था, जो परीक्षा में शामिल होने के लिए तैयार थे. भर्ती प्रक्रिया में लिखित परीक्षा के अलावा पीईटी (फिजिकल एफीशेंसी टेस्ट), पीएसटी (फिजिकल स्टैंडर्ड टेस्ट) और डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन जैसे चरणों का भी समावेश था.

अब 7 लाख अभ्यर्थियों का क्या होगा?

पेपर लीक होने के बाद सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि उन 7 लाख से अधिक अभ्यर्थियों का क्या होगा जिन्होंने इस भर्ती के लिए आवेदन किया था. इनमें से अधिकांश ने परीक्षा शुल्क भी जमा किया था. सामान्य, ओबीसी और ईडब्ल्यूएस श्रेणी के अभ्यर्थियों के लिए आवेदन शुल्क 350 रुपये था, जबकि ओबीसी एनसीएल वर्ग के लिए 250 रुपये और एससी/एसटी वर्ग के लिए 150 रुपये शुल्क निर्धारित था.

अब यह सवाल है कि इस परीक्षा का पुनः आयोजन कब किया जाएगा, क्योंकि आयोग ने इस संबंध में अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी साझा नहीं की है. इस मामले की जांच और पुनः परीक्षा के आयोजन के बारे में आयोग को जल्द ही निर्णय लेना होगा.

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