राजस्थान के सिरोही जिले के आबूरोड क्षेत्र के पांडूरी गांव की बंजाराफली प्राथमिक स्कूल में शनिवार को एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया. यहां पर एक स्कूल के बरामदे की छत का प्लास्टर अचानक नीचे गिर गया. मगर उस समय बरामदे किसी बच्चे की मौजूदगी नहीं थी, नहीं तो बड़ी दुर्घटना हो सकती थी. यहां के स्थानीय निवासियों का कहना है कि स्कूल प्रशासन को पहले से यह मालूम था कि स्कूल के दो कक्ष पहले से ही जर्जर हालत में हैं. प्लास्टर गिरने की घटना के बाद बच्चों में डर का माहौल है. स्कूल प्रबंधन ने इन खतरनाक कमरों को सील कर दिया है. बच्चों को खुले बरामदे और पास के आंगनवाड़ी केंद्र में पढ़ाया जा रहा है. हाल में राजस्थान के झालावाड़ में बड़ा हादसा सामने आया है. यहां पर एक स्कूल की छत गिरने से सात बच्चों की मौत हो गई. वहीं 17 लोग घायल हो गए.
78 छात्रों पहले इस स्कूल का निर्माण किया गया था. इसकी मरम्मत का काम होना बाकी है. इस स्कूल में पढ़ाई के हालात बद से बदतर होते जा रही है. प्रधानाध्यापक सुनीता बैरवा के अनुसार, स्कूल के खराब हालात और प्लास्टर गिरने की घटना की सूचना विभागीय अधिकारियों को दी गई. उन्होंने कहा कि छात्रों को सुरक्षित स्थान पर पढ़ाया जा रहा है.
नींव लगातार कमजोर हो रही थी
भाजपा भाखर मंडल अध्यक्ष दशरथसिंह राव के अनुसार, स्कूल भवन के करीब लगातार की जा रही ब्लास्टिंग से भवन की नींव कमजोर हो चुकी है. उन्होंने भरोसा दिलाया कि स्कूल भवन की स्थिति को लेकर जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों से बात कर नया भवन बनवाने के लिए प्रयास किए जाएंगे.
स्कूल भेजना बंद कर देंगे
छात्रों के अभिभावकों का कहना है कि वे अपने बच्चों को डर के माहौल में स्कूल भेजने को मजबूर हैं. उनका कहना है कि अगर नया भवन नहीं बना तो वे बच्चों को स्कूल भेजूंगा ही नहीं.
शिक्षा विभाग को चेताया
पांडूरी बंजाराफली स्कूल की इस हालात पर शिक्षा विभाग ने चेताया है. विभाग का कहना है कि अगर समय पर उचित कदम नहीं उठाया गया तो बच्चों की जान को खतरा होगा. इस तरह से शिक्षा का अधिकार भी प्रभावित होगा.