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बाड़मेर में 21 लोगों की मौत का जिम्मेदार कौन? आयोजक समेत प्रशासन की लापरवाही आई सामने

राजस्थान के बाड़मेर में रामकथा के दौरान हुए बड़े हादसे को लेकर लापरवाही का मामला सामने आ रहा है. आयोजकों ने रामकथा का आयोजन करने के लिए ना तो प्रशासन से अनुमति ली थी और ना ही फायर एनओसी.

Updated on: 24 Jun 2019, 03:33 PM

highlights

  • बाड़मेर में रामकथा के दौरान हुए हादसे में 21 लोगों की मौत
  • आयोजक समेत प्रशासन की लापरवाही आई सामने
  • मौसम विभाग ने पहले ही जारी किया था बारिश और तूफान को लेकर अलर्ट

नई दिल्ली:

राजस्थान के बाड़मेर में रामकथा के दौरान हुए बड़े हादसे को लेकर लापरवाही का मामला सामने आ रहा है. आयोजकों ने रामकथा का आयोजन करने के लिए ना तो प्रशासन से अनुमति ली थी और ना ही फायर एनओसी. इतना ही नहीं प्रशासन की भी इस मामले में गंभीर लापरवाही सामने आई. मौसम विभाग ने कल यानी हादसे वाले दिन तेज हवा, बारिश का अलर्ट जारी कर दिया था, लेकिन जिला और स्थानीय प्रशासन ने इस चेतावनी को नजरअंदाज कर दिया. जिसकी वजह से कई जिंदगियां असमय मौत की शिकार हो गईं.

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बता दें कि रविवार को बाड़मेर जिले के जसोला कस्बे में रामकथा के दौरान पंडाल गिरने से 21 लोगों की मौत हो गई है, वहीं करीब 100 लोग जख्मी हो गए. हादसे के बाद सोमवार को भी 2 दिन के लिए मौसम विभाग ने 23 शहरों में तूफान और भारी बारिश की चेतावनी दी है. मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है.

मौसम विभाग का येलो अलर्ट इन शहरों के लिए जारी किया गया है-
अजमेर, अलवर, बांसवाड़ा, भरतपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर, जयपुर, झालावाड़, झुंझुनूं, कोटा, करौली, प्रतापगढ़, राजसमंद, सवाईमाधोपुर, सीकर, सिरोही, टोंक, उदयपुर, बाड़मेर, जालौर, जैसलमेर, जोधपुर और पाली में भारी बारिश और तूफान की आशंका जताई गई है.