Rajasthan News: राजस्थान के जालोर में एक नकली घी बनाने वाली फैक्ट्री पर पुलिस ने छापेमार कार्रवाई की है. यहां पुलिस ने 4 आरोपियों को 625 पैकेट घी और पिकअप वाहन के साथ पकड़ा है. यहां नामी ब्रांड से नकली घी बाजार में धड़ल्ले से बेचा जा रहा था. रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस को सूचना मिली थी कि सिदेश्वर स्थित मोमाई मिल्क डेयरी में नकली घी बनाया जा रहा है. मामले की गंभीरता को समझते हुए पुलिस अधीक्षक ज्ञानचंद्र यादव ने तुरंत एक छापेमार टीम का गठन किया. इसके बाद सांचौर थानाधिकारी देवेंद्र सिंह के नेतृत्व में टीम ने फैक्ट्री पर छापेमार कार्रवाई की.
मौके से नकली घी के पैकेट बरामद
इस छापेमारी के दौरान पुलिस ने देखा कि चार लोग घी का टिन और पैकेट पैक कर रहे थे. यहां फैक्ट्री से 500 एमएल का 148 पैकेट, 1 किलो का 30 पैकेट और 200 एमएल का 375 पैकेट नकली घी बरामद किया गया. 15-15 किलो के 72 टिन से भी नकली घी छापेमारी के दौरान मिला. पैकेटों पर बैच नंबर, उत्पादन तिथि और वैधता की कोई जानकारी नहीं थी. पुलिस ने घी के सैंपल लेकर विधि अनुसार जांच शुरू की.
फैक्ट्री में बन रहा था नकली घी
इस मामले पर आगे कार्रवाई करते हुए पुलिस ने घी की गुणवत्ता की जांच की. इसके लिए मौके पर सरस डेयरी रानीवाड़ा के सहायक प्रबंधक प्रकाश श्रीवास्तव गुण नियंत्रण अधिकारी और बीसीएमओ डॉ. ओमप्रकाश को बुलाया गया. इसमें जांच में सामने आया कि घी मिलावटी और नकली था. मिलावटखोर जाने-माने ब्रांड के नाम से बेचने की तैयारी कर रहे थे.
सामने आई आरोपियों की पहचान
पकड़े गये 4 आरोपियों की पहचान प्रतापा राम, मनोज, भारमल और चंपतलाल के रूप में हुई है. सभी से पुलिस कड़ी पूछताछ में जुट गई है. टीम का कहना है कि मिलावटखोरी के धंधे में शामिल लोगों पर खाद्य सुरक्षा और मानक, व्यापार चिन्ह जैसे अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है. इन सभी के ऊपर मिल्क डेयरी की आड़ में नामी ब्रांड के नकली घी का कारोबार करने का आरोप है. पुलिस के इस एक्शन के बाद से मिलावटखोरों के बीच कोहराम मचा हुआ है.