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Rajasthan New CM: वसुंधरा ने रखा था भजन लाल के नाम का प्रस्ताव, पहली बार के विधायक को कैसे मिली CM की कुर्सी?

Rajasthan New CM: केंद्रीय पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह ने मीडिया के लोगों से बातचीत करते हुए कहा कि आज राजस्थान भाजपा विधायक दल की बैठक हुई. बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे द्वारा भजनलाल शर्मा के नाम का प्रस्ताव रखा गया

Updated on: 13 Dec 2023, 05:36 AM

New Delhi:

Rajasthan New CM:  राजस्थान को आज यानी मंगलवार को नया मुख्यमंत्री मिल गया है. बीजेपी ने राजस्थान में सीएम पद के लिए भजन लाल शर्मा पर विश्वास जताया है. सीएम पद के चुनाव के लिए बीजेपी की तरफ से चुने गए केंद्रीय पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह और दो सह पर्यवेक्षकों ने जयपुर में विधायक दल की बैठक में हिस्सा लिया. जिसमें भजन लाल शर्मा के नाम पर अंतिम मुहर लगा दी गई. 25 नवंबर को हुए विधानसभा चुनाव में जयपुर जिले के सांगनेर से चुने गए शर्मा भाजपा की राज्य इकाई में पदाधिकारी रहे हैं.

वसुंधरा राजे ने खुद रखा भजन लाल के नाम का प्रस्ताव

यहां चौंकाने वाली बात यह है कि विधायक दल की बैठक में खुद वसुंधरा राजे सिंधिया ने ही मुख्यमंत्री पद के लिए भजन लाल शर्मा के नाम का प्रस्ताव रखा, जिस पर सभी विधायकों ने अपनी सहमति दे दी. हालांकि इससे पहले वसुंधरा राजे सिंधिया खुद सीएम पद की दौड़ में बनी हुई थी. रक्षा मंत्री व राजस्थान भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह ने मीडिया के लोगों से बातचीत करते हुए कहा कि आज राजस्थान भाजपा विधायक दल की बैठक हुई. बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे द्वारा भजनलाल शर्मा के नाम का प्रस्ताव रखा गया और सभी ने सर्वसम्मति से भजनलाल शर्मा को विधायक दल का नेता चुना.

राजस्थान में बीजेपी ने मुख्यमंत्री के नाम पर चौंकाया

मध्य प्रदेश और छ्त्तीसगढ़ की तरह बीजेपी ने राजस्थान में भी मुख्यमंत्री पद के लिए भजन लाल शर्मा के नाम का ऐलान कर सबको चौंकाया है. इसके अलावा राजस्थान में दो उपमुख्यमंत्री होंगे. इसके लिए पूर्व सांसद दीया कुमारी और प्रेम चंद बैरवा का चुनाव किया गया है. जबकि वासुदेव देवनानी को विधानसभा स्पीकर नियुक्त किया गया है. राजसमंद से सांसद रहीं दीया कुमारी ने विद्याधर नगर से विधानसभा चुनाव लड़ा था, जबकि बैरवा दूदू से विधायक चुने गए हैं.

कांग्रेस उम्मीदवार को 48,081 वोटों से हराया 

आपको बता दें कि राजस्थान में तीन दिसंबर को विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित कर दिए गए थे. जिसके बाद मुख्यमंत्री के नाम का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा था. तीन दिसंबर को चुनाव परिणाम घोषित होने के नौ दिन बाद हुई विधायक दल की बैठक में नामों को अंतिम रूप दिया गया. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भरतपुर के निवासी होने के कारण चुनाव से पहले सांगानेर में कुछ लोगों ने शर्मा को बाहरी करार दिया था. लेकिन उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी कांग्रेस के उम्मीदवार पुष्पेंद्र भारद्वाज को 48,081 वोटों से हराकर अपना दम साबित किया.