logo-image

राजस्थान: मॉब लिचिंग रोकने के लिए सरकार उठाने जा रही है ये अनूठा कदम

बीजेपी ने इस मामले कांग्रेस पर राजनीति करने का आरोप लगाया है. बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस इस आड़ में राजनीति कर रही है

Updated on: 12 Sep 2019, 08:33 AM

नई दिल्ली:

प्रदेश में बढ़ रही मॉब लिंचिंग, हिंसा की घटनाओं को रोकने के लिए अब गहलोत सरकार प्रदेश को गांधी के अहिंसा का पाठ पढ़ाने की तैयारी में है. राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार शांति एवं अहिंसा मंत्रालय बनाएगी. देश में यह अपने तरह का पहला मंत्रालय होगा. राज्य सरकार का दावा है कि देश के किसी भी राज्य में शांति एवं अहिंसा मंत्रालय नहीं बना हुआ है. मंत्रालय में प्रमुख शासन सचिव स्तर के आईएएस अधिकारी को तैनात करने के साथ ही राज्य प्रशासनिक सेवा के दो अधिकारी लगाए जाएंगे. जिला स्तर पर भी अधिकारी तैनात किए
जाएंगे. 

यह भी पढ़ें: जैसलमेर में कार और बस की जोरदार टक्कर, हादसे में 6 लोगों की मौत, कई घायल

यह देश में अपने तरह का पहला और अनोखा मंत्रालय होगा. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती को देखते हुए राजस्थान सरकार उन्हें इस मंत्रालय के जरिए श्रद्धांजलि देने की तैयारी में है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खुद इस मंत्रालय का प्रभार संभालेंगे. इस मंत्रालय की स्थापना की कार्ययोजना तैयार करने को लेकर सीएम ने राज्य के मुख्य सचिव डी.बी.गुप्ता को निर्देश दिए हैंं. मंत्रालय प्रदेश से लेकर जिला स्तर तक शांति एवं अहिंसा के क्षेत्र में काम करेगा. यह मंत्रालय कला और संस्कृति विभाग के अंतर्गत काम करेगा.

यह भी पढ़ें: सरकारी नौकरीः 900 पदों पर पशु चिकित्सकों की भर्ती करेगी राजस्‍थान सरकार

बीजेपी ने क्या कहा?

बीजेपी ने इस मामले कांग्रेस पर राजनीति करने का आरोप लगाया है. बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस इस आड़ में राजनीति कर रही है. गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने देश में पहली बार हैप्पीनेश विभाग बनाया था।यह विभाग समाज में लोगों के भीतर आपसी एकता और सद्भाव को बढ़ाने के लिए है. ऐसे समय में जबकि मॉब लिंचिंग जैसी घटनाएं बढ़ी हैं, इस तरह के मंत्रालय की अहमियत खुद बढ़ जाती है.