logo-image

कोरोना के बढ़ते प्रभाव पर राजस्थान सरकार की आपात बैठक, लिये गये कई अहम् फैसले

जयपुर और जोधपुर में ही 995 मामले हैं. कोरोना के बढ़ते प्रभाव पर अंकुश लगाने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कल मंत्रियों की एक आपात बैठक बुलाई जिसमें कई अहम फैसले लिये गये.

Updated on: 22 Nov 2020, 04:57 PM

जयपुर:

दिल्ली एवं देश के कई अन्य राज्यों के साथ-साथ राजस्थान में भी कोरोना का कहर लगातार जारी है. राजस्थान में शनिवार को 3 हजार केस सामने आए हैं. जयपुर और जोधपुर में ही 995 मामले हैं. कोरोना के बढ़ते प्रभाव पर अंकुश लगाने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कल मंत्रियों की एक आपात बैठक बुलाई जिसमें कई अहम फैसले लिये गये.

इस आपात मीटिंग में सरकार के तरफ से कई अहम् फैसले लिये गये. शिक्षा मंत्री गोविंद डोटासरा ने बताया कि जिन जिलों में कोरोना का प्रभाव अधिक है उनमें रात्रिकालीन कर्फ्यू लागू कर दिया गया है. नाइट कर्फ्यू वाले जिलों में 100 से ज्यादा कर्मचारियों वाले दफ्तर का 25% स्टाफ वर्क फ्रॉम होम रहेगा. बाकी स्टाफ रोटेशन पर आएगा. इसके अलावा शादी विवाह समारोह के लिए भी नए नियम लागू किए गए हैं. राज्य के जिन जिलों में कोरोना का प्रभाव ज्यादा है उनमे से कई जिलों में धारा 144 लागू कर दी गयी है. हालांकि, इससे शादियों, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, अस्पताल आने वाले लोगों को अलग रखा गया है. इसके अलावा अंतिम संस्कार सहित अन्य आयोजनों के लिए भी कई नियम लागू किए गए हैं.

शनिवार रात हुई आपात कैबिनेट मीटिंग के बाद जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, उदयपुर, अजमेर, कोटा, अलवर और भीलवाड़ा में रात 8 से सुबह 6 बजे तक नाइट कर्फ्यू लगाने का फैसला लिया गया. मास्क न पहनने पर अब 500 रुपए जुर्माना लगाया जाएगा. यह पहले 200 रुपए था. बता दें कि सरकार ने कहा है कि स्कूलों को भी अभी नही खोला जायेगा.