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राजस्थानः सरकार गिराने का दावा निकला फुस्स, SOG ने माना नहीं बनता केस, तीन मामलों में लगाई FR

स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) ने मामला दर्ज किए जाने के 28 दिन बाद तीन केसों में फाइनल रिपोर्ट लगा दी है. करीब एक महीने जेल में रहने के बाद भरत मालानी, अशोक सिंह और संजय जैन बरी हो चुके हैं.

Updated on: 08 Aug 2020, 07:42 AM

जयपुर:

राजस्थान (Rajasthan) में विधायकों की खरीद फरोख्त के जिस मामले को लेकर पिछले दो महीने से सियासत जारी है. उस मामले में अब एसओजी ने फाइनल रिपोर्ट (FR) लगा दी है. स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) ने मामला दर्ज किए जाने के 28 दिन बाद तीन केसों में फाइनल रिपोर्ट लगा दी है. करीब एक महीने जेल में रहने के बाद भरत मालानी, अशोक सिंह और संजय जैन बरी हो चुके हैं. इन तीनों के खिलाफ 4 अगस्त को एसओजी ने राजद्रोह की धाराओं को हटा दिया.

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ACB कर रही जांच
अब इस मामले की जांच एंटी करप्शन ब्यूरो कर रही है. गुरुवार को एसीबी ने संजय जैन को गिरफ्तार किया था. पूछताछ के लिए संजय जैन 5 दिन की रिमांग पर है. विधायकों की खरीद फरोख्त से जुड़ी कथित ओडियो टेप रिकार्डिंग मामले में राजस्थान पुलिस के विशेष कार्यबल (एसओजी) ने बीजेपी नेता संजय जैन (Sanjay Jain) को गिरफ्तार ने गिरफ्तार किया था. एसओजी ने संजय जैन को सोशल मीडिया पर वायरल हुई ऑडियो रिकॉर्डिंग के आधार पर दर्ज प्राथमिकी के सिलसिले में पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया है.   

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एसओजी ने विधायकों की कथित खरीद फरोख्त और कथित ओडियो टेप रिकार्डिंग मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 124 ए (देशद्रोह) और 120 बी (षडयंत्र) के तहत  दो प्राथमिकी दर्ज की थी. गहलोत सरकार को गिराने के कथित षडयंत्र वाले सोशल मीडिया पर वायरल हुए तीन ओडियो टेप में से एक टेप में कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा, गजेन्द्र सिंह शेखावत और संजय जैन के बीच कथित बातचीत के खिलाफ जांच की मांग को लेकर कांग्रेस के मुख्य सचेतक महेश जोशी की ओर से देशद्रोह का मामला दर्ज करवाया गया था.