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पर्यटन स्थल सज्जनगढ़ वन क्षेत्र में लगी भीषण आग, पर्यटकों की एंट्री बंद

उदयपुर के सज्जनगढ़ की पहाड़ियों में लगी आग थमने का नाम नही ले रही हैं, इसके चलते जिला प्रशासन आग पर काबू पाने के लिए मुस्तेदी से डटा हुआ है लेकिन तेज हवा औऱ ऊंची पहाडी होने से आग पर कंट्रोल करना प्रशासन के लिये चुनौती बना हुआ है

Updated on: 18 Apr 2022, 06:54 PM

नई दिल्ली:

उदयपुर के सज्जनगढ़ की पहाड़ियों में लगी आग थमने का नाम नही ले रही हैं, इसके चलते जिला प्रशासन आग पर काबू पाने के लिए मुस्तेदी से डटा हुआ है लेकिन तेज हवा औऱ ऊंची पहाडी होने से आग पर कंट्रोल करना प्रशासन के लिये चुनौती बना हुआ है। उदयपुर के सज्जनगढ़ की पहाड़ियों रविवार दोपहर से आग लगी हुई हैं, लेकिन  दमकल की टीम कहीं न कहीं बेबस नजर आ रही है. बता दें कि सज्जनगढ़ पर्यटन स्थल होने से काफी चहल पहल रहती है लेकिन सज्जनगढ़ की पहाड़ियों में लगी आग से वन्य जीवों का आग में आने का खतरा बना हुआ है औऱ आग पहाड़ी पर दूर दूर तक फैली हुई है, जो प्रशासन के लिए चुनौती बन रही है. इसके लिये जिला प्रशासन आग बुझाने के लिए कड़ी मशक्कत कर रहा है. आग के विकराल रूप को देखते हुये जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा सुबह से मौके पर डटे हुए हैं.

वहीं वन विभाग के डीएफओ डॉ. अजीत ऊंचाई के निर्देशन में चल रहा आग बुझाने का कार्य का कार्य जोरो से चल रहा है. ताकि जल्द ही आग पर क़ाबू पा सके. आग को क़ाबू में करने के लिए तीन दमकल सहित 2 दर्जन से अधिक कार्मिक जुटे हुये हैं और आग बुझाने के काम किया जा रहा है. बड़ी संख्या में वन विभाग के कार्मिक भी मोके पर जुटे हुए हैं. आपको बता दे कि गोरिला व बड़ी गांव की तरफ अभी भी आग अपना तेवर दिखा रही है. कलेक्टर खुद  आग बुझाने के लिए मौके से कार्य की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. वन क्षेत्र में पैदल चलकर कर  आग बुझाने की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. बढ़ती आग को देखते हुए काबू में पाने के लिए हर संभव उपाय किये जा रहे हैं. वहीं प्रशासन ने आग के विकराल रूप को देखते जोधपुर के फलोदी से हेलीकॉप्टर बुलाया है. जिससे दो दिन से लगी पहाड़ियों में आग को बुझाने का प्रयास किया जायेगा. आग के चलते पर्यटक स्थल सज्जनगढ़ पर पर्यटकों की एंट्री को भी बंद किया गया है.