हार के बाद आंतरिक कलह से जूझ रही गहलोत सरकार! मंत्री और विधायक बोले-तय हो जवाबदेही

कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लेकर राहुल गांधी की नाराजगी जताए जाने के बाद राजस्थान सरकार के कई मंत्रियों और विधायकों ने मांग की है कि इस हार के लिए जवाबदेही तय होनी चाहिए.

कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लेकर राहुल गांधी की नाराजगी जताए जाने के बाद राजस्थान सरकार के कई मंत्रियों और विधायकों ने मांग की है कि इस हार के लिए जवाबदेही तय होनी चाहिए.

author-image
nitu pandey
एडिट
New Update
राजस्थान: प्रशासनिक अधिकारियों  को लेकर सख्त हुए CM अशोक गहलोत, दी ये चेतावनी

राहुल गांधी, अशोक गहलोत और सचिन पायलट (फाइल फोटो)

लोकसभा चुनाव में राजस्थान में कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी में आंतरिक घमासान मचा हुआ है. कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लेकर राहुल गांधी की नाराजगी जताए जाने के बाद राजस्थान सरकार के कई मंत्रियों और विधायकों ने मांग की है कि इस हार के लिए जवाबदेही तय होनी चाहिए. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राहुल गांधी ने 25 मई को हुई सीडब्ल्यूसी की बैठक में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ और पी चिदंबरम के नामों का उल्लेख करते हुए कहा कि इन नेताओं ने पार्टी से ज्यादा अपने बेटों को महत्व दिया और उन्हीं को जिताने में लगे रहे.

Advertisment

दरअसल, अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत चुनाव लड़े थे और उन्हें हार का सामना करना पड़ा. राहुल गांधी की टिप्पणी पर अशोक गहलोत ने कहा था कि राहुल गांधी ने अगर कुछ कहा है ग़लत हुआ है तो वो उनका हक़ है. यह पार्टी का अंदरूनी मामला है. 

इसे भी पढ़ें: मोदी के शपथ ग्रहण समारोह का कमल हासन-रजनीकांत को न्योता, पाकिस्तान पर फिलहाल फैसला नहीं

लेकिन अब गहलोत के कई मंत्री ही जवाबदेही तय करने और कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. क्योंकि राज्य की सभी 25 सीटों पर कांग्रेस को पराजित होना पड़ा है.

राजस्थान के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि सीडब्ल्यूसी ने संगठन में बदलाव के लिए राहुल गांधी को अधिकृत किया है और वह बदलाव करेंगे. यह पूछे जाने पर कि कुछ नेताओं द्वारा पार्टी से ज्यादा अपने बेटों को महत्व दिए जाने पर गांधी की नाराजगी के बारे में पूछे जाने पर खाचरियावास ने कहा, ‘राहुल गांधी जी को अपनी बात रखने का पूरा अधिकार है. उनसे ऊपर कोई नहीं है और उन्होंने पूरा सोच-समझकर यह कहा होगा. कांग्रेस के सभी नेता और कार्यकर्ता उनके शब्दों का सम्मान करते हैं. मुझे भी इस बारे में मीडिया के जरिए पता चला है.’

और पढ़ें: राजस्थान: 10वीं की किताब में सावरकर को बताया 'पुर्तगाल का पुत्र', निशाने पर गहलोत सरकार

उन्होंने आगे कहा कि अगर राहुल गांधी जी वरिष्ठ नेताओं की कमी पाते हैं तो उनका पूरा अधिकार है कि वह जवाबदेही तय करें और कार्रवाई करें.

वहीं, राजस्थान सरकार के एक और मंत्री भंवरलाल मेघवाल ने भी कहा कि पार्टी की हार के लिए तत्काल जवाबदेही तय होनी चाहिए. इससे पहले राजस्थान के सहकारिता मंत्री उदयलाल अंजना और खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री रमेश मीणा ने कहा कि पार्टी को हार का विस्तृत आकलन करके राज्य में होने वाले स्थानीय निकायों के चुनाव के लिए पार्टी को फिर से मजबूती के साथ तैयार करना चाहिए.

HIGHLIGHTS

  • लोकसभा चुनाव के बाद राजस्थान सरकार में घमासान
  • मंत्री और विधायक सीएम गहलोत को लेकर हुए बगावती
  • मंत्री और विधायक हार की जवाबदेही तय करने की कर रहे मांग

Source : PTI

rahul gandhi. lok sabha election 2019 cognress government rajasthan Ashok Gehlot
Advertisment