राजस्थान में पहलू खान नाम के एक किसान के खिलाफ गोतस्करी के मामले में चार्जशीट दायर की गई है. ये पहलू खान वहीं शख्स है जिसकी दो साल पहले अलवर में गोरक्षकों ने मार-मार कर हत्या कर दी थी. ये घटना उस समय हुई थी जब वह अपने बेटों के साथ गाड़ी में मवेशी को ले जा रहे थे. फिलहाल पुलिस की तरफ से जो चार्जशीट दाखिल की गई है उसमे मरने के बाद भी पहलू खान का नाम शामिल है. इसके अलावा इस चार्जशीट में उनके दोनों बेटे और उस ट्रंक के मालिक का नाम भी शामिल है जिसमें वह मवेशी ले जा रहे थे.
यह भी पढ़ें: राजस्थान: बेटी की शादी करना पिता को पड़ गया महंगा, दामाद ने ही कर दी हत्या
यह भी पढ़ें: राजस्थान: कांग्रेस के नौकरी देने के दावों पर उठा सवाल, राज्य सरकार में ही 1.56 लाख पद खाली
इस चार्जशीट में राजस्थान के गोजातीय पशु (वध निषेध और अस्थायी प्रवासन या निर्यात पर प्रतिबंध) अधिनियम, 1995 और नियम, 1995 की धारा 5, 8 और 9 के तहत पहलू खान का नाम शामिल किया गया है. मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो ये चार्जशीट कांग्रेस की सरकार आने के बाग 30 दिसंबर और 2018 को तैयार की गई थी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बहरोर थाने में एफआईआर नंबर 253/17 के तहत दर्ज चार्जशीट में मामले में पूरी जांच के बाद पहलू खान और उनके दोनों बेटे इरशाद और आरिफ के खिलाफ आरबीए एक्ट के तहत आरोप तय किए गए हैं.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस मामले में कहा-अगर मामले में गलत जांच हुई है तो सरकार इस मामले को देखेगी और जरूरत पड़ी तो दोबारा जांच कराएगी. इस मामले में कांग्रेस अपने स्टैंड पर कायम है. कानून को हाथ मे लेने का किसी को अधिकार नहीं है.
वहीं अब इस मामले पर बीजेपी नेता ज्ञान देव अहूजा का बयान भी सामने आया है. उन्होंने कहा, पहलू खान, उनके भाई और बेटे आदतन अपराधी थे और लगातार गौ तस्करी में शामिल थे. उस समय गोरक्षक और हिंदू परिषद पर लगाए गए सभी आरोप गलत थे.
उन्होंने आगे कहा, लोगों ने उस गाड़ी को पकड़ा था जिसका पहलू खान गोतस्करी के लिए इस्तेमाल करता था और उन लोगों ने पहलू खानव को सिर्फ रोका था. लोगों ने उन्हें पीटा नहीं. उनकी जान पुलिस कस्टडी में गई. अब जब ममाले चार्जशीट दाखिल हो गई है तो कांग्रेस सारा क्रेडिट ले रही है जबकि यही पार्टी पहलू खान के परिवार की आर्थिक तौर पर मदद कर रही थी.