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पंजाब की तरह पायलट गुट को न्याय की उम्मीद, इस दिन हो सकता है मंत्रिमंडल विस्तार! 

राजस्थान में सत्ता और कांग्रेस संगठन में फेरबदल की पहल तेज हो गई है. सत्ता-संगठन में बदलाव का फार्मूला कांग्रेस तय माना जा रहा है.

Updated on: 25 Jul 2021, 01:43 PM

नई दिल्ली:

राजस्थान में सत्ता और कांग्रेस संगठन में फेरबदल की पहल तेज हो गई है. सत्ता-संगठन में बदलाव का फार्मूला कांग्रेस तय माना जा रहा है. हालांकि, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने फसैला हाईकमान पर छोड़ा हैं कि मंत्रिमंडल फेरबदल-विस्तार कब और कैसे होगा. अशोक गहलोत के साथ शनिवार देर रात केसी वेणुगोपाल-अजय माकन की मंत्रणा हुई थी. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, राजस्थान में 28 जुलाई को गहलोत सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है. कांग्रेस संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि सब चीजें प्रक्रिया में चल रही हैं. जल्द ही सब मसलों का निस्तारण होगा. अजय माकन ने कहा कि 28 और 29 तारीख को फिर से जयपुर आ रहा हूं. विधायकों और पदाधिकारियों से एक-एक करके चर्चा करूंगा. कांग्रेस जिलाध्यक्ष और ब्लॉक अध्यक्षों पर चर्चा होगी. 

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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल और अजय माकन ने रविवार को प्रेसवार्ता करते हुए कहा कि महंगाई और पेगासस जासूसी खिलाफ कांग्रेस ने आवाज उठाई है. सुप्रीम कोर्ट के जज और पत्रकारों जैसे लोगों की जासूसी करवाई जा रही है. केंद्र सरकार धन संसाधन का दुरुपयोग कर रही है. इन मुद्दों को लेकर आज चर्चा की गई है. मंत्रिमंडल और जिला अध्यक्ष आदि पर चर्चा चल रही है. सबने एक स्वर में कहा है कि जो आलाकमान तय करेगा वह हमें मंजूर है.

अजय माकन ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा के पुत्रवधू और पुत्र ने उस समय अच्छे अंक पाए जब भाजपा का शासन था तो क्या अपने-अपने शासन पर आरोप लगा रहे हैं. डोटासरा भाजपा और निंबाराम को लेकर आवाज उठा रहे हैं, इसीलिए उन पर राजनीतिक हमले बोले जा रहे हैं.

आपको बता दें कि गहलोत के साथ चर्चा के बाद वेणुगोपाल-माकन सारी जानकारी सोनिया गांधी को देंगे. बताया जा रहा है कि सचिन पायलट अपने खेमे के 6 विधायकों को मंत्री बनाना चाहते हैं. वहीं. गहलोत 3 को ही मंत्री बनाने के पक्ष में हैं. नए मंत्रियों में कांग्रेस से हेमाराम चौधरी, विश्वेन्द्र सिंह, रमेश मीना, दीपेंद्र सिंह, महेश जोशी, मुरारी लाल मीणा, महेन्द्रजीत मालविया, बृजेन्द्र ओला, मंजू मेघवाल, खिलाड़ी बैरवा, शकुंतला रावत पर चर्चा चल रही है. बसपा से राजेन्द्र गुढा, निर्दलीय संयम लोढा और महादेव खंडेला पर भी विचार हो रहा है. मौजूदा कुछ मंत्रियों के भविष्य पर भी मंथन चल रहा है.

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इनमें शामिल हैं- प्रमोद जैन भाया, प्रताप सिंह खाचरियावास, उदयलाल आंजना , भजन लाल जाटव, राजेन्द्र यादव, अर्जुन बामनिया, हरीश चौधरी, परसादी लाल मीणा, भंवर सिंह भाटी, ममता भूपेश और अशोक चांदना. सूत्रों की मानें तो विधायक पद से इस्तीफा दे चुके हेमाराम चौधरी ने डिप्टी स्पीकर की पेशकश ठुकरा दी है.