उचित मूल्य की दुकानों पर अगर जोधपुर में आपको राशन पाना है तो आपके पास कोई तोलिया कंबल होना जरूरी है. राशन लेने के लिए यह शर्त थोड़ी अजीब है लेकिन जरूरी है. क्योंकि इसके बिना आप राशन की दुकान पर आई स्कैन करेंगे तो वह सही नहीं होगी. इससे राशन लेने में देरी होती है. इसलिए राशन विक्रेता ने फरमान जारी कर दिया कि अंधेरी की व्यवस्था उचित मूल्य का सामान लेने वालों को खुद करनी होगी ऐसे में लोग अपने घर से कंबल तोलिया लेकर राशन की दुकान पर जाते हैं और अपना सिर ढककर यह तकनीकी प्रक्रिया पूर्ण कर रहे हैं. कहने को तो ऐसे हालात पूरे प्रदेश में होने चाहिए लेकिन ज्यादातर परेशानी उन दुकानों पर आती है जो दुकान खुले में और धूप की रोशनी में चलती है.
थंब में इंप्रेशन कर राशन सामग्री लेकर जाते हैं
राशन विक्रेता अपना काउंटर बाहर लेकर बैठता है . वहां इसकी ज्यादा जरूरत होती है. जोधपुर शहर के ही कई वार्ड में ऐसे हालात नज़र आते हैं जहां लोग कंबल और तौलिया लेकर साथ आते हैं, और अंधेरे में अपनी आई स्कैन करते हैं और थंब में इंप्रेशन कर राशन सामग्री लेकर जाते हैं. विभाग के अधिकारी भी इस बात को मानते हैं जोधपुर के डीएसओ द्वितीय अश्वनी गुर्जर का कहना है कि लोग कंबल ओढ़ कर राशन लेते ही मुझे पता नहीं है, लेकिन आई स्कैनर मशीन अंधेरे में सही काम करती है इसलिए लोग ऐसा कुछ करते होंगे.
राशन का सामान लेने वाले लोगों को इस परेशानी से मुक्त करने का एक ही तरीका है कि राशन की दुकानों पर ही एक ऐसा कोना बने जहां अंधेरा हो, लेकिन राशन की दुकान है इतनी बड़ी नहीं होती है कि जहां ऐसी व्यवस्था हो सके. ऐसे में सरकार के इस फरमान की पालना तो ऐसे ही करनी पड़ेगी. एक राशन विक्रेता ने बताया कि बिना अंधेरे के आई स्कैन सही नहीं होता है बार-बार एरर आता है इससे समय भी ज्यादा लगता है इसलिए यह रास्ता अपनाया गया है.
फर्जीवाड़ा रोकने के लिए व्यवस्था लागू
राशन की दुकान पर मिलने वाली उचित मूल्य सामग्री लेने में फर्जीवाड़ा नहीं हो उसे रोकने के लिए सरकार ने दो तरह का तकनीकी वेरिफिकेशन लागू किया है. जिसमें लेने वाले का थंब इंप्रेशन और आई स्कैन किया जाता है. जिसके लिए नई पोस मशीने सरकार ने उपलब्ध कराई है.