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निजी अस्पतालों को 50% बेड्स पर करनी होगी ऑक्सीजन की व्यवस्थाः रघु शर्मा

चिकित्सा व स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर रघु शर्मा ने कहा है कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर में अस्पतालों में ऑक्सीजन की सबसे अधिक जरूरत है. ऐसे में सरकार सभी संभव उपायों के जरिए ऑक्सीजन की व्यवस्था कर रही है.

Updated on: 13 May 2021, 05:30 AM

जयपुर:

चिकित्सा व स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर रघु शर्मा ने कहा है कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर में अस्पतालों में ऑक्सीजन की सबसे अधिक जरूरत है. ऐसे में सरकार सभी संभव उपायों के जरिए ऑक्सीजन की व्यवस्था कर रही है. उन्होंने कहा कि सरकारी कोविड डेडीकेटेड सेंटर्स के अतिरिक्त जिन निजी अस्पतालों में 60 या उससे अधिक बेड्स है, वहां के 50 प्रतिशत बेड्स पर ऑक्सीजन की व्यवस्था होना जरूरी है. डॉक्टर शर्मा ने कहा कि ऐसे  निजी चिकित्सालयों में सेंट्रलाइज ऑक्सीजन पाइपलाइन की स्थापना हो और कम से कम 50 प्रतिशत बेड्स इस सिस्टम से जुड़े हो. उन्होंने कहा कि इस सिस्टम के जरिए मरीजों को निरंतर ऑक्सीजन मिल सके इसके लिए अस्पताल में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट 2 माह में स्थापित किया जाना अनिवार्य है. 

चिकित्सा विभाग के शासन सचिव सिद्धार्थ महाजन ने निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट के स्थापना के संबंध में बताया कि मेडिकल ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट की स्थापना के लिए राज्य सरकार के उद्योग विभाग की ओर से विशेष राहत पैकेज घोषित किया गया है, जिसका लाभ लेकर निजी चिकित्सालय अपने यहां इन प्लांट की स्थापना कर सकते हैं. इसके पहले राजस्थान में हुए डोर-टू-डोर सर्वे में राजस्थान में राज्य में 7 लाख से अधिक लोगों से ज्यादा लोगों को बुखार, सर्दी और खांसी के लक्षणों की पहचान की गई है और उन्हें चिकित्सा प्रदान की जा रही है. ये जानकारी राज्य के सचिव, चिकित्सा और स्वास्थ्य, सिद्धार्थ महाजन के हवाले से मिली है. सोमवार रात को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में आयोजित कोविड समीक्षा बैठक के दौरान महाजन ने कहा कि अगर राजस्थान में संक्रमण की समान दर जारी रहती है तो कोविड के मामले 26 दिनों में दोगुने हो जाएंगे.

सिद्धार्थ महाजन ने कहा कि गांवों में फैल रहे संक्रमण की जांच के लिए डोर टू डोर सर्वे किया जा रहा है. इस अवसर पर बोलते हुए, गहलोत ने विधायकों और पंचायत राज प्रतिनिधियों को संयुक्त रूप से कहा कि वे कोरोना वायरस की श्रृंखला को तोड़ने के लिए लॉकडाउन का कड़ाई से कार्यान्वयन करें.

कोविड ने ग्रामीण परिवेश में प्रवेश किया है और एक खतरनाक दर पर फैल रहा है. स्थिति चिंताजनक है और इसलिए हम सभी को कोविड के दिशा निर्देशों का पालन करने की आवश्यकता है. विपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि ये कठिन समय हैं और हर किसी को कोविड के खिलाफ युद्ध लड़ने के लिए राजनीति से ऊपर उठना होगा.