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राजस्थान में जारी है सियासी घमासान, जानिए पायलट और गहलोत की ताजा स्थिति

राजस्थान में जारी है सियासी घमासान, जानिए पायलट और गहलोत की ताजा स्थिति

Updated on: 27 Jul 2020, 01:48 AM

नई दिल्ली :

राजस्थान में सियासी संकट थमने का नाम ही नही ले रहा है. सोमवार को सुबह राजस्थान के राजनीतिक घटनाक्रम को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है, लेकिन उसके पहले रविवार की रात को बहुजन समाज पार्टी राजस्थान की गहलोत सरकार के विरोध में खड़ी हो गई है. बसपा ने अपने 6 विधायकों को व्हिप जारी करते हुए आदेश दिया है कि वो विधानसभा में किसी भी तरह के अविश्वास प्रस्ताव या किसी भी अन्य तरह की कार्यवाही में कांग्रेस के समर्थन में वोट न करें. पार्टी ने ये व्हिप अपने छह विधायकों वाजिब अली, लखन सिंह, जेएस अवाना, संदीप कुमार, आर गुढ़ा और दीप चंद को जारी किया है.

बहुजन समाज पार्टी के जनरल सेक्रेट्री सतीश चंद्र मिश्रा ने अपनी पार्टी के सभी 6 विधायकों को निर्देश देते हुए कहा है कि, राजस्थान में सियासी संकट के बीच बहुजन समाज पार्टी के सभी छह विधायकों को अलग अलग और एक साथ नोटिस भेजा गया है और साफ किया गया है कि बीएसपी एक नेशनल पार्टी है, इसलिए जबतक बीएसपी का राष्ट्रीय स्तर पर मर्जर नहीं होता, तब तक वहां 6 विधायकों का राज्य स्तर पर किसी तरह का कोई मर्जर नहीं हो सकता.

राजस्थान का सियासी संग्राम की मौजूदा तस्वीर
सोमवार को राजस्थान के सियासी उठा-पटक पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है, लेकिन उससे ठीक एक दिन पहले यानि कि रविवार को राजस्थान की राजनीति में एक और हलचल शुरू हो जाती है. रविवारी की रात को अचानक से बसपा अपने 6 विधायकों को व्हिप जारी करके कहती है कि सोमवार को अगर किसी भी तरह से उनके विधायकों को कांग्रेस को समर्थन करना पड़े तो वो नहीं करेंगे ये पार्टी का निर्देश है जिसे सामूहिक रूप से और अलग-अलग भी सभी 6 विधायकों को भेजा जा चुका है अगर वो कांग्रेस का समर्थन करते हैं तो पार्टी उनके खिलाफ दल-बदल विधेयक के मुताबिक कानूनी कार्रवाही करेगी.

राजस्थान का राजनीतिक समीकरण
राजस्थान विधानसभा की कुल 200 सीटें हैं मौजूदा समय में राजस्थान के सियासी उथल-पुथल के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पास 107 विधायकों का समर्थन प्राप्त है, इसमें बसपा के 6 विधायक भी शामिल हैं. वहीं सचिन पायलट खेमें की बात करें तो 19 कांग्रेस विधायक के साथ 72 बीजेपी के विधायक हैं जबकि रालोद और निर्दलीय मिलाकर कुल 97 विधायक हैं एक विधायक माकपा का है जो किसी खेमे में नहीं है.


गहलोत गुट-
6 बसपा विधायकों के कांग्रेस में विलय के बाद
101+6 = 107
कांग्रेस-107-19 = 88
निर्दलीय-10
बीटीपी-2
माकपा-01
आरएलडी-01
कुल-102

लेकिन मंत्री भंवरलाल मेघवाल अभी बीमार है, ऐसे में सदन की संख्या 199 है,स्पीकर वोट नही करते हैं. इस लिहाज कांग्रेस की संख्या 86 है. गहलोत गुट में-100 विधायक हालांकि सदन की संख्या 199 होने पर बहुमत के लिए चाहिए-100

पायलट गुट-

पायलट के साथ कांग्रेसी विधायक-19
निर्दलीय-03
भाजपा-72
रालोपा-03
कुल-97
एक माकपा अभी किसी भी गुट में नहीं है

सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में होगी सुनवाई
राजस्थान मामले पर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुबह 11 बजे सुनवाई की जाएगी. सर्वोच्च न्यायालय सोमवार को राजस्थान मामले में इस बात पर सुनवाई करेगा कि राजस्थान हाई कोर्ट पायलट खेमे के विधायकों की याचिका पर सुनवाई कर सकता था या नहीं? स्पीकर ने अर्ज़ी दायर कर कहा है कि हाई कोर्ट ने विधायकों की अयोग्यता के मसले पर उनके फैसले से पहले सुनवाई कर के उनके अधिकार क्षेत्र का हनन किया है. उधर स्पीकर के सुप्रीम कोर्ट पहुंच जाने के बाद हाई कोर्ट ने भी फिलहाल अपना फैसला टाल दिया है. ऐसे में अब सोमवार को राजस्थान की सियासत में सुप्रीम कोर्ट की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण हो गई है.