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बिहार और महाराष्ट्र के बाद अब राजस्थान में भी पान मसाले पर लगा प्रतिबंध

तंबाकू वाले गुटखे पर राजस्थान में पहले ही रोक है, कोर्ट के आदेश से लगी इस रोक के बाद पान मसाला कंपनियों ने तंबाकू और पान मसाला अलग-अलग बेचना शुरू कर दिया था.

Updated on: 02 Oct 2019, 04:16 PM

highlights

  • राजस्थान सरकार ने लगाया पान मसाले पर बैन
  • बिहार और महाराष्ट्र के बाद राजस्थान बना तीसरा राज्य
  • गुरुवार से सरकार इन पदार्थों की बिक्री पर करेगी छापेमारी

नई दिल्ली:

बिहार और महाराष्ट्र में पान मसाले पर बैन लगने के बाद अब राजस्थान सरकार ने भी पान मसाला बैन कर दिया है इस तरह से राजस्थान तीसरा ऐसा राज्य बन गया है जहां पान मसाला बैन है. राजस्थान सरकार ने निकोटीन, तंबाकू, मैग्नेशियम, कार्बोनेट और मिनरल ऑयल से बने पान मसाले और फ्लेवर्ड सुपारी पर प्रतिबंध लगा दिया है. राजस्थान का मेडिकल डिपार्टमेंट गुरुवार से बाजारों में जाकर इन उत्पादों के सैंपल लेना शुरू करेगा, और जांच के बाद जिन उत्पादों में यह पदार्थ पाए जाएंगे उन पर रोक लगा दी जाएगी, और ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

तंबाकू वाले गुटखे पर राजस्थान में पहले ही रोक है, कोर्ट के आदेश से लगी इस रोक के बाद पान मसाला कंपनियों ने तंबाकू और पान मसाला अलग-अलग बेचना शुरू कर दिया था. गुटखा कंपनियों ने ऐसे में पान मसाला और गुटखा अलग-अलग कर बेचना शुरू कर दिया था जिसके बाद इस रोक का असर ज्यादा नजर नहीं आ रहा था. कांग्रेस के घोषणा पत्र और इस बार के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बजट भाषण में युवाओं में नशे की लत को रोकने के लिए घटिया सामग्री को नियंत्रित कर पूरी तरह रोक लगाने की कार्ययोजना बनाने की घोषणा की गई थी.

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राजस्थान के जनस्वास्थ्य निदेशक और खाद्य सुरक्षा आयुक्त डॉ केके शर्मा ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि हमारी टीमों ने पिछले दिनों पान मसाले और सुपारी के 310 सैंपल लिए थे. इनमें से 119 सैंपल मानव स्वास्थ्य के लिए असुरक्षित पाए गए थे. इसके बाद हमने सरकार को प्रतिबंध का प्रस्ताव बना कर भेजा था. उन्होंने बताया कि अब विभाग की ओर से गुरूवार से इन उत्पादों के सैंपल लिए जाएंगे और जांच के लिए लैब में भेजे जाएंगे अगर इनमें हानिकारक पदार्थ मिले तो उन पर रोक लगा दी जाएगी.

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