अस्पताल का निरीक्षण करने के बाद बोले OM बिड़ला- बुनियादी सुविधाओं और चिकित्सा उपकरणों की कमी
कोटा के सांसद और लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला (Lok Sabha Speaker Om Birla) ने रविवार को अस्पताल का निरीक्षण किया और वहां के उपकरणों को चेक किया.
नई दिल्ली:
राजस्थान के कोटा में नवजातों शिशुओं की मौत ने तूल पकड़ लिया है. कोटा के जेके लॉन अस्पताल में बच्चों की मौत का सिलसिला नहीं थम रहा है. राजस्थान (Rajasthan) के कोटा (Kota) स्थित जेके लोन सरकारी अस्पताल में दो दिनों के अंदर 10 नवजातों की मौत हो चुकी है. इसी क्रम में कोटा के सांसद और लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला (Lok Sabha Speaker Om Birla) ने रविवार को अस्पताल का निरीक्षण किया और वहां के उपकरणों को चेक किया.
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जेके लॉन अस्पताल का निरीक्षण करने के बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने कहा कि हमने आज कोटा के उस अस्पताल का दौरा किया, जहां नवजात शिशुओं की मृत्यु हुई है. उन्होंने आगे कहा कि अस्पताल में बुनियादी सुविधाओं और चिकित्सा उपकरणों की कमी है. हॉस्पिटल में कई उपकरण खराब हैं. मैंने लिखित में उपकरण की जरूरतों को पूरा करने के लिए कहा है. इसे 15 दिनों में उपलब्ध कराया जाएगा.
Rajasthan:Lok Sabha Speaker Om Birla,today,visited the hospital in Kota where death of newborns happened; says"There's a lack of infrastructure&medical equipment. Many equipment are dysfunctional.I've asked for equipment requirement in writing, it'll be made available in 15 days" pic.twitter.com/YRFaWFvVAF
— ANI (@ANI) December 29, 2019
आपको बता दें कि कोटा के एमपी ओम बिड़ला (kota MP Om Birla) ने कहा था कि कोटा के एक मातृ एवं शिशु अस्पताल में पिछले 48 घंटे में 10 नवजात शिशुओं की असामयिक मौत का मामला चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि बच्चों की मौत के मामले में राजस्थान सरकार को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए. अस्पताल के अफसरों के अनुसार, 23 दिसंबर को छह बच्चों की मौत हुई, जबकि 24 दिसंबर को चार बच्चों ने दम तोड़ा था.
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इससे पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शर्मिंदा करने वाला बयान दिया. उन्होंने कहा था कि पिछले छह साल में इस साल सबसे कम बच्चों की मौत हुई है. यहां तक की 1 बच्चे की मौत दुर्भाग्यपूर्ण है. लेकिन पिछले सालों में 1500 और 1300 बच्चों मौतें हुई थीं. इस साल यह आंकड़ा 900 है. राज्य और देश में हर अस्पताल में हर रोज कुछ मौतें होती हैं, कुछ भी नया नहीं होता. कार्रवाई की जा रही है.
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