राजस्थान में कांग्रेस सरकार एक्शन मूड में है. चुनावी मेनिफेस्टो को अमलीजामा पहनाने के बाद खाद्य विभाग अहम फैसले लेने जा रहा है. एक ओर अब राशन कार्ड की मुखिया परिवार की महिला होगी, वहीं अब विभाग की योजनाओं का लाभ ले रहे किसी भी राशन की दुकान से सामान ले सकेंगे,, ऐसे में बीजेपी सरकार की पॉश मशीनों की योजना भी खटाई में पड़ सकती है. रिपोर्ट के मुताबिक अब घर की मुखिया पुरुष की जगह घर की सबसे उम्रदराज महिला होगी. राशनकार्ड में मुखिया के रूप में महिलाओं का नाम दर्ज करने का अभियान जल्द ही शुरू किया जाएगा. खाद्य और रसद आपूर्ति विभाग की तरफ से जयपुर जिले में नए राशन कार्ड बनाए जाने हैं क्योंकि मौजूदा प्रचलन वाले राशन कार्डों की मियाद खत्म होने वाली है. अब नए राशन कार्ड महिलाओं के नाम पर बनेंगे। परिवार में अगर कोई महिला 18 वर्ष की नहीं है तो पुरुष को गृहस्थ मुखिया बनाया जाएगा। लेकिन 18 साल की होते ही युवती का नाम घर की मुखिया के रूप में दर्ज हो जाएगा। राशन कार्ड जिला स्तर पर तैयार किया जाएगा।
इस नए राशन कार्ड के लिए कर्मचारी घर-घर जाकर सर्वे के बाद फार्म भरवाएंगे। इस दौरान महिला को अपना कोई पहचान पत्र देना होगा. बैंक स्टेटमेंट की फोटोकॉपी भी
फार्म के साथ लगानी होगी। महिला मुखिया के नाम से फॉर्म भरने के बाद घर के अन्य सदस्यों का विवरण दर्ज होगा। महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए खाद्य सुरक्षा अधिनियम में उनके नाम से राशनकार्ड बनाए जाने की योजना तैयार की गई है। इससे पहले भामाशाह योजना में भी महिलाओं को मुखिया बनाया गया था
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 के तहत परिवारों को राशन कार्ड उपलब्ध कराया जाएगा। खाद्य सुरक्षा अधिनियम की धारा 13(1) एवं (2) में कहा गया है कि प्रत्येक परिवार में 18 वर्ष से कम आयु के महिला सदस्य की मौजूदगी में गृहस्थी का मुखिया पुरुष होगा.
Source : News Nation Bureau