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कमलेश एनकाउंटर केस में सांसद हनुमान बेनीवाल की एंट्री...PM को भेजा लेटर, जानें क्या की मांग

राजस्थान के बाड़मेर जिले में कमलेश प्रजापति एनकाउंटर केस में अब आरएलपी (RLP) अध्यक्ष और नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल ने एंट्री मारी है. सांसद हनुमान बेनीवाल ने इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है.

Updated on: 04 Jul 2021, 07:52 PM

highlights

  • कमलेश प्रजापति एनकाउंटर केस में सांसद हनुमान बेनीवाल की एंट्री
  • सांसद हनुमान बेनीवाल की एंट्री पीएम मोदी को लिखा लेटर
  • कमलेश प्रजापति एनकाउंटर केस में CBI जांच की मांग की

जयपुर:

राजस्थान के बाड़मेर जिले में कमलेश प्रजापति एनकाउंटर केस में अब आरएलपी (RLP) अध्यक्ष और नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल ने एंट्री मारी है. सांसद हनुमान बेनीवाल ने इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. उन्होंने इसी पत्र के सहारे बिना नाम लिखे प्रदेश सरकार के एक मंत्री पर निशाना साधा है. हनुमान बेनीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजे गए लेटर में कहा है कि मामले में प्रदेश सरकार के एक मंत्री और उनके परिजनों का नाम आ रहा है. ऐसे में निष्पक्ष जांच के लिए, कुम्हार महासभा और सर्व समाज की मांग पर उन्हें संज्ञान लेते हुए जल्द से जल्द CBI जांच के आदेश दें. बता दें कि  रविवार को कुम्हार महासभा और सर्व समाज के प्रतिनिधि सांसद से मिले थे और उनकी मांग पर बेनीवाल ने अब मामले में राज्य सरकार की अनुशंसा के बाद लंबित पड़े CBI जांच के आदेश को लेकर पीएम मोदी को लेटर लिखा है.

सांसद हनुमान बेनीवाल ने पीएम मोदी को भेजे गए लेटर में लिख है- 22 अप्रैल 2021 की रात्रि को बाड़मेर पुलिस द्वारा कमलेश प्रजापति की हत्या कर दी गई, जिसे पुलिस ने एनकाउन्टर का रूप दिया था. इस प्रकरण को लेकर जब घटना के वीडियो फुटेज सामने आए तो उससे यह प्रतीत हुआ कि पुलिस द्वारा किया गया एनकाउन्टर पूरी तरह से फर्जी था. लोगों में इसे लेकर भारी रोष था और इस प्रकरण की सीबीआई जांच की मांग को लेकर 40 दिन तक आंदोलन भी चला. इसके बाद 31 मई 2021 को राज्य सरकार द्वारा मामले की जांच सीबीआई से करवाने की अनुशंषा भारत सरकार को प्रेषित करने की घोषणा की थी.

हनुमान बेनीवाल ने लेटर में आगे लिखा गया कि चूंकि इस पूरे मामले में राजस्थान सरकार के एक मंत्री और उनके परिजनों का नाम एनकाउन्टर करवाने में सामने आ रहा है, जिसको लेकर कमलेश के परिजनों और कुम्हार समाज के जनप्रतिनिधियों ने भी संदेह व्यक्त किया है. ऐसे में राजस्थान सरकार की कोई भी जांच एजेंसी मामले की निष्पक्ष जांच नहीं कर सकती है. CBI आपके अधीन आती है. इसलिए कमलेश के परिजनों व कुम्हार समाज के साथ सर्व समाज की मांग को ध्यान रखते हुए निर्णय लें. राजस्थान सरकार द्वारा कमलेश प्रजापति ­एनकाउन्टर की जांच CBI से करवाने को लेकर प्रेषित अनुशंसा पर आप तत्काल संज्ञान लेकर निर्देश दें.