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राजस्थान में लंबे इंतजार के बाद पहुंचा मॉनसून, जयपुर में झमाझम बारिश

लम्बे इंतजार के बाद आखिरकार मानसून की झमाझम बारिश की शुरुआत हो ही गई जिसके रविवार को राजधानी जयपुर में तेज बारिश हुई. दिनभर उमस भरी गर्मी के बाद जयपुर मानसून की मेहर बरसी तो जयपुर वासियों ने राहत की सांस ली.

Updated on: 11 Jul 2021, 10:57 PM

जयपुर:

लम्बे इंतजार के बाद आखिरकार मानसून की झमाझम बारिश की शुरुआत हो ही गई जिसके रविवार को राजधानी जयपुर में तेज बारिश हुई. दिनभर उमस भरी गर्मी के बाद जयपुर मानसून की मेहर बरसी तो जयपुर वासियों ने राहत की सांस ली. तेज बारिश के बाद तापमान में गिरावट दर्ज की गई. वहीं जयपुर में 63 एमएम से ज्यादा बारिश दर्ज की गई. ये सीजन की पहली जबरदस्त बारिश थी जो करीब एक घंटे तक बरसी. गौरतलब है कि पिछले 22 दिनों से मानसून की तेज बारिश का इंतजार किया जा रहा है. इंतजार इतना लम्बा हो गया था कि किसानों की फसलें खराब होने लगी थी. माना जा रहा था कि यदि एक सप्ताह तक मानसून की झमाझम नहीं होती है तो किसानों को भारी नुकसान हो जाता.

जानकारी के अनुसार राजधानी जयपुर रविवार को दिनभर गर्मी की तपिश से तपता रहा, लेकिन देर शाम को आसमान में काले बादल छाए गए और फिर तेज हवाओं और बिजली की गड़गड़ाहट के साथ मौसम बदला और फिर तेज बारिश शुरू हो हुई. बारिश की वजह से कई इलाकों में पानी भर गए तो कहीं नाले उफान पर रहे. शहर के सोडाला, वैशाली नगर ,मानसरोवर ,जेएलएन मार्ग, मालवीय नगर, झालाना, ट्रांसपोर्ट नगर, गोपालपुरा, टोंक रोड,भांकरोटा,कानोता,चौमूं,हरमाड़ा और परकोटा सहित कई जगहों पर में जमकर बारिश हुई. वहीं जगहों पर तेज अंधड़ से पेड़ भी उड़ गए. इधर बारिश शुरू होने के साथ ही सड़कों पर चल रहे दुपहिया वाहन चालकों ने अपने लिए सुरक्षित जगह तलाश करते नजर आए. इसके अलावा तेज हवाएं और बारिश की वजह से पूरा शहर ठहर गया साथ ही कई जगहों पर बिजली के खंभे गिरने से कई इलाकों में सप्लाई बंद हो गई.

सड़कों पर जबरदस्त पानी भर गया. ट्रांसपोर्ट नगर, गुर्जर की थड़ी, जेपी फाटक सहित कई जगहों पर बने अण्डरपास में भी पानी भर गया. वहीं मालवीय नगर, वीकेआई और मानसरोवर इलाकों में पानी भरने के बाद फ्लड कंट्रोल रूम पर मडपम्प और मिट्‌टी के कट्‌टों की डिमाण्ड आने लगी. इधर लोगों ने भीषण गर्मी से राहत महसूस की तो शाम के वक्त इस मौसम काे एन्जॉय करने कोई आमेर के मावठा पहुंच गया तो कोई जलमहल की पाल और झालाना के जंगलों के आसपास वाले इलाकों में पहुंच गए. अचानक लोगों के बाहर निकलने से कई इलाकों में ट्रेफिक जाम की स्थिति भी बन गई.

कई परिवारों पर आसमान से गिरी आफत
मानसून की शुरुआत के साथ ही प्रदेश में कई परिवारों पर आफत गिरी है. जहां आकाशीय बिजली गिरने से कई बच्चों की मौत हो गई. जानकारी के अनुसार धौलपुर के बाड़ी तहसील के कुदिन्ना गांव में बिजली गिरने से बकरियां चराने गए 15 वर्षीय लवकुश,8 वर्षीय भोलू और 10 वर्षीय विपिन की मौत हो गई. वहीं कोटा ग्रामीण जिले में कनवास कस्बे के गरड़ा गांव में आकाशीय बिजली गिरने से विक्रम पुत्र मेंबर (15, राकेश पुत्र मेंबर (8),राघेय पुत्र जयसिंह (15), अर्जुन पुत्र राधेश्याम (12) साल की मौत हो गई.है. इसके अलावा फूली बाई पत्नी गोपी ( 65), राकेश पुत्र मोहनलाल (12), राहुल पुत्र नैनाराम (14), विक्रम पुत्र विजय सिंह (14), विशाल पुत्र राधेश्याम( 12) ग्राम गरडा पंचायत दांता के निवासी झुलस गए. जिन्हें इलाज के लिए कोटा लाया गया है. इसके अलावा बिजली के कहर से 11 बकरियों ने भी दम तोड़ दिया.

आमेर और शिवदासापुरा में 6 की आकाशीय बिजली से मौत
आमेर और शिवदासपुरा इलाके में आकाशीय बिजली गिरने छह लोगों की मरने की खबर वहीं तूफानी बारिश के बीच आमेर किले के पास आकाशीय बिजली गिरने की घटना हुई, जिसमें पांच लोगों की मरने की और चार अन्य झुलसने की खबर आ रही है और वहीं शिवदासपुरा इलाके में बागरिया गांव में 12 वर्षीय एक बालक की मौत होने की सूचना मिल रही है.

अगले कुछ घंटों में तेज आंधी के बारिश की आशंका
मौसम विभाग के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि अगले 2 से 3 घंटे के भीतर जयपुर, जयपुर शहर , दौसा , भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर, टोंक, बूंदी, कोटा, बारां, झालावाड़, सीकर, झुंझुंनू, अजमेर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, राजसमंद, सिरोही, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़ जिलों और आसपास के क्षेत्रों मे कुछ स्थानों पर आकाशीय बिजली के साथ हल्की से मध्यम बारिश और तेज हवा (अपेक्षित हवा की गति 30-40 किलोमीटर प्रति घंटा) होने की संभावना है. नागौर, जोधपुर, पाली,जैसलमेर, बीकानेर, बाडमेर, जालौर, जिलों और आसपास के क्षेत्रों मे कुछ स्थानों पर मेघगर्जन के साथ हल्की बारिश व तेज धूल भरी आंधी (40-50 किमी प्रति घंटा) चलने की संभावना है.