राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को कहा कि यदि सरकारें महात्मा गांधी के बताए मार्ग पर चलें तो उनकी ज्यादातर समस्याएं दूर हो जाएंगी. महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर उन्होंने कहा,‘गांधीजी ने उस वक्त कहा था, मेरा जीवन ही मेरा संदेश है. मेरा मानना है कि अगर आज की सरकारें उसको अपना लें तो आधी से अधिक समस्याओं का समाधान हो सकता है.’ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर गहलोत ने यहां सचिवालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम में गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की.
इसके बाद उन्होंने कहा,‘ज के दिन सभी का ये संकल्प होना चाहिए कि हम कैसे सत्य, अहिंसा के रास्ते पर चलें और कोई तनाव नहीं हो, भाईचारा हो, प्रेम हो, मुहब्बत हो, उसके हिसाब से पूरा मुल्क चले तब जाकर जो माहौल होना चाहिए लोकतंत्र में वो बन पाएगा.’ उन्होंने कहा,‘अभी देश के अंदर जो तनाव का माहौल हो गया है, चारों ओर धरने प्रदर्शन हो रहे हैं, उसकी कोई जरूरत कोई आवश्यकता नहीं थी, पर कुछ कारणों से हो रहा है, उस पर चिंतन मनन करने की आवश्यकता है.’ गहलोत ने कहा, ‘जो सरकार में बैठे लोग होते हैं उनका कर्तव्य होता है कि बिना घमंड के जनता के हिसाब से आगे बढ़े तो समस्या का समाधान हो सकता है.’
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कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार केरल में वायनाड के कलपेट्टा में सीएए और एनआरसी के खिलाफ #SaveTheConsteration मार्च निकाला. इसके बाद उन्होंने बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना भी साधा. उन्होंने कहा, नाथुराम गोडसे ने महात्मा गांधी क्योंकि वो खुद पर विश्वास नहीं करता था, उसे किसी से प्यार नहीं था, किसी पर विश्वास नहीं था. ऐसा ही हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हैं. वो बस खुद से प्यार करते हैं और केवल खुद पर ही विश्वास करते हैं.
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राहुल गांधी ने आगे कहा, आज एक अज्ञानी और जानकारी नहीं रखने वाला शख़्स इस विचारधारा को चुनौती दे रहा है, घृणा और गुस्से से भरे इस शख्स को ये भी नहीं पता है कि भारत की ताकत क्या है. दोनों की विचारधारा एक है, नाथूराम गोडसे और नरेंद्र मोदी एक ही विचारधारा के मानने वाले लोग हैं. दोनों में कोई फर्क नहीं है. नरेंद्र मोदी के अंदर हिम्मत नहीं है कि वो कहें कि वो गोडसे की विचारधारा में विश्वास करते हैं.