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फोन टैपिंग विवाद : महेश जोशी ने मांगा केंद्रीय मंत्री गजेंद्र एस शेखावत का इस्तीफा

महेश जोशी ने कहा है कि एक चुनी हुई सरकार को गिराने की साजिश में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र एस शेखावत पकड़े गए है. पीएम मोदी को केंद्रीय मंत्री गजेंद्र एस शेखावत से इस्तीफा मांगना चाहिए था

Updated on: 23 Jun 2021, 05:29 PM

highlights

  •  केंद्रीय मंत्री गजेंद्र एस शेखावत के खिलाफ कार्रवाई हो
  • पायलट समर्थक विधायकों ने भी लगाए फोन टैपिंग के आरोप
  • क्राइम ब्रांच रोहिणी के प्रशांत विहार दफ्तर में पूछताछ

जयपुर:

राजस्थान में फोन टैपिंग मामले में एक बार विवाद फिर गहराता दिख रहा है. केंद्रीय जलसंसाधन मंत्री गजेंद्र सिंह की एफआईआर पर दिल्ली क्राइम ब्रांच ने जांच तेज कर दी है. दिल्ली क्राइम ब्रांचव ने सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी को नोटिस जारी कर 24 जून को सुबह 11 बजे पूछताछ के लिए बुलाया था. महेश जोशी को दिल्ली क्राइम ब्रांच रोहिणी के प्रशांत विहार दफ्तर में पूछताछ के लिए बुलाया था. दिल्ली क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर सतीश मलिक ने नोटिस जारी किया था.पिछले साल सचिन पायलट खेमे की बगावत के समय राजस्थान सरकार पर फोन टैपिंग के आरोप लगे थे. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के परिवाद के बाद 25 मार्च को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एफआईआर दर्ज की थी. 

एफआईआर में गजेंद्र सिंह ने जनप्रतिनिधियों के फोन टैप करने और उनकी छवि खराब करने का आरोप लगाया. शेखावत ने FIR में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के OSD लोकेश शर्मा समेत अज्ञात पुलिस अफसरों को आरोपी बनाया. दिल्ली क्राइम ब्रांच ने अब इस मामले में जांच का दायरा बढ़ाते हुए महेश जोशी को भी शामिल कर लिया है.

केंद्रीय मंत्री गजेंद्र एस शेखावत का इस्तीफा 

महेश जोशी ने कहा है कि एक चुनी हुई सरकार को गिराने की साजिश में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र एस शेखावत पकड़े गए है. पीएम मोदी को केंद्रीय मंत्री गजेंद्र एस शेखावत से इस्तीफा मांगना चाहिए था या उन्हें बर्खास्त कर देना चाहिए था. लेकिन ऐसा कूछ नहीं हुआ. राजस्थान कांग्रेस के मुख्य सचेतक महेश जोशी आगे कहा कि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र एस शेखावत के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय, पीएम और गृह मंत्री ने उसे बचाने की जिम्मेदारी दिल्ली पुलिस को दे दी है. इसलिए नोटिस जारी किए जा रहे हैं. महेश जोशी ने गजेंद्र सिंह शेखावत के खिलाफ जांच की मांग की.

सीएम के ओएसडी को 6 अगस्त तक हाईकोर्ट से राहत मिल चुकी 
क्राइम ब्रांच में दर्ज एफआईआर को लेकर लोकेश शर्मा पिछले दिनों दिल्ली हाईकोर्ट चले गए थे. कोर्ट ने 6 अगस्त तक अगली सुनवाई का समय दिया और क्राइम ब्रांच को तब तक के लिए कोई भी कार्रवाई नहीं करने को कहा था.

दिल्ली क्राइम ब्रांच अब कई नेताओं और अफसरों को भी पूछताछ के लिए बुलाएगी 
महेश जोशी को नोटिस मिलने के बाद अब ​दिल्ली क्राइम ब्रांच कांग्रेस के कुछ नेताओं, अफसरों को भी पूछताछ के लिए बुला सकती है. गहलोत सरकार का मैनेजमेंट संभालनेद वाले कई नेताओं को पूछताछ का नोटिस मिलना तय माना जा रहा है. कई पुलिस अफसरों करो भी नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है. 

पायलट समर्थक विधायकों ने भी लगाए फोन टैपिंग के आरोप 
पायलट समर्थक विधायक वेद सोलंकी ने हाल ही बयान दिया था कि सरकार कई विधायकों के फोन टैप करवा रही है. ये विधायक सीएम अशोक गहलोत को इसकी जानकारी भी दे चुके हैं.