भारत में पहली बार दिखा ल्यूसिस्टिक किंगफिशर: दुनिया में अब तक बस तीन बार ही देखा गया है दुर्लभ पक्षी

भारत को प्रकृति का देश माना जाता है.. यहां ऐसे जीव-जन्तु भी देखने को मिल जाते हैं..जिन्हे दुनिया में ही शायद कहीं देखा हो..ताजी खबर ल्यूसिस्टिक कॉमन किंगफिशर पक्षी देखने की सामने आई है.. यह दुर्लभ पक्षी अब तक दुनिया में सिर्फ तीन बार ही दिखा है.. इस

भारत को प्रकृति का देश माना जाता है.. यहां ऐसे जीव-जन्तु भी देखने को मिल जाते हैं..जिन्हे दुनिया में ही शायद कहीं देखा हो..ताजी खबर ल्यूसिस्टिक कॉमन किंगफिशर पक्षी देखने की सामने आई है.. यह दुर्लभ पक्षी अब तक दुनिया में सिर्फ तीन बार ही दिखा है.. इस

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Sunder Singh
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Leucistic Kingfisher( Photo Credit : social media)

भारत को प्रकृति का देश माना जाता है.. यहां ऐसे जीव-जन्तु भी देखने को मिल जाते हैं..जिन्हे दुनिया में ही शायद कहीं देखा हो..ताजी खबर ल्यूसिस्टिक कॉमन किंगफिशर पक्षी देखने की सामने आई है.. यह दुर्लभ पक्षी अब तक दुनिया में सिर्फ तीन बार ही दिखा है.. इस बार राजस्थान के उदयपुर जिले के 2 बर्ड वॉचर भानु प्रताप सिंह और विधान द्विवेदी ने इसे देखा है.. दोनों ने भारत में पहली बार इस किंगफिशर की साइटिंग डांगियों की हुंदर गांव स्थित रेड सैल्यूट फार्म में की थी, जबकि इसका घोंसला गांव के ही तालाब पर मिला है.. यह पक्षी विश्व में पहली बार यूनाइटेड किंगडम और दूसरी बार ब्राजील में देखा गया था.. तीसरी बार इसे भारत में देखे जाने की खबर मिली है.. भानू प्रताप बताते हैं कि 3 अगस्त की सुबह इसे पहली बार देखा गया है..

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इसके बाद किंगफिशर के फोटो और वीडियो क्लिक कर इसके बारे में जानकारी जुटानी शुरू की.. साथ ही क्लू के आधार पर इसके ठिकाने की भी लताश की गई.. तीन-चार दिनों की खोज के बाद इसके यहीं रहने की पुष्टि हुई है.. तब इन्होंने पक्षी विशेषज्ञों से संपर्क कर इसकी साइटिंग के बारे में जानकारी जुटाई.. उन्होंने विशेषज्ञों की सहायता से रिसर्च पेपर तैयार कर इंडियन बर्ड वेबसाइट पर इसे भेजा है.. पक्षी प्रेमियों का मानना है कि ये एक दुर्लभ प्रजाति का पक्षी है. इसकी संख्या दुनिया में वैसे भी बहुत कम है.  
ऐसा होता है एल्बिनो और ल्यूसिस्टिक

डॉ. सत्यप्रकाश मेहरा ने बताया कि जिस तरह से मनुष्यों में सफेद दाग या सूर्यमुखी होते हैं उसी तरह से अन्य जीवों का एल्बिनो और ल्यूसिस्टिक होना भी एक तरह की बीमारी है.. इसमें भी एल्बिनो में तो पूरी तरह जीव सफेद हो जाता है और आंखें लाल रहती हैं.. इसी प्रकार ल्यूसिस्टिक में शरीर के कुछ भाग जैसे आंख, चोंच, पंजों और नाखून का रंग एक जैसा रहता है और अन्य अंग सफेद हो जाते हैं..

HIGHLIGHTS

  • इससे पहले ब्रिटेन और ब्राजील में देखा जा चुका है ल्यूसिस्टिक किंगफिशर
  • अब  राजस्थान के उदयपुर में आया नजर आया
  • बर्ड वॉचर भानु प्रताप सिंह और विधान द्विवेदी ने इसे देखा है

Source : News Nation Bureau

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