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कन्हैयालाल केस में तीन और आरोपी गिरफ्तार, बैकअप प्लान में थे शामिल

जांच में पता चला कि कन्हैयालाल की हत्या की साजिश में 5 लोग शामिल थे. मौके पर तीन और लोग मौजूद थे. उन्होंने हत्या के बाद दोनों आरोपी गौस और रियाज को सुरक्षित बाहर निकालने का खतरनाक प्लान भी बनाया था. 

Updated on: 02 Jul 2022, 04:51 PM

जयपुर :

राजस्थान के उदयपुर में हुई टेलर कन्हैयालाल की हत्याकांड की जांच एनआईए कर रही है. एनआईए की जांच में इस हत्या के पीछे की आतंकी साजिश का खुलासा होने लगा है. एनआईए की जांच में नए-नए खुलासे हो रहे हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, टेलर कन्हैयालाल ने अपनी दुकान में हत्या होने से एक सप्ताह पहले ही सीसीटीवी कैमरा लगाया था. लेकिन आरोपियों ने हत्या को अंजाम देने से पहले दुकान की सीसीटीवी कैमरे की तार काट दिए थे. जांच में पता चला कि कन्हैयालाल की हत्या की साजिश में 5 लोग शामिल थे. मौके पर तीन और लोग मौजूद थे. उन्होंने हत्या के बाद दोनों आरोपी गौस और रियाज को सुरक्षित बाहर निकालने का खतरनाक प्लान भी बनाया था. 

कन्हैयालाल हत्याकांड के दोनों आरोपियों को सुरक्षित निकालने के प्लान में मोहसिन और आलिफ के अलावा एक और शख्स वहां मौजूद था. प्लान के मुताबिक गौस और रियाज के पकड़े जाने के हालात में ये तीनों भीड़ पर हमला कर देते. इन तीनों के पास भी खतरनाक हथियार मौजूद थे. पूछताछ में खुलासा हुआ कि कन्हैयालाल की हत्या की साजिश रचने के लिए रियाज, और, आसिफ और मोहसिन ने कई बार मीटिंग की थी. वेल्डर रियाज ने हथियार बनाए थे. मोहसिन की दुकान कन्हैयालाल की दुकान से 500 मीटर की दूरी पर थी और पास में ही आसिफ ने किराये पर मकान भी ले रखा था. जहां से ये दोनों कन्हैयालाल की गतिविधियों पर नजर रख रहे थे. 

गहरी थी हत्या की साजिश

30 मार्च को राजस्थान के चित्तौड़गढ़ के निम्बाहेड़ा से पुलिस ने 12 किलो विस्फोटक और आईईआडी बनाने का सामान बरामद किया था. इसमें जुबैर, सैफुल्ला और अल्लमश खान को विस्फोटक सामान के साथ गिरफ्तार किया गया था. इस मामले की जांच एनआईए को सौंपी गई थी. इस घटना मामले की लिंक सामने आने के बाद छापेमारी कर और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था. इन आरोपियों का मकसद जयपुर में सीरियल ब्लास्ट करने का था. सूत्रों के मुताबिक विस्फोटक सामान के साथ पकड़े गए जुबैर के संपर्क में कन्हैयालाल का हत्यारा रियाज़ था. जुबैर ने रियाज को रेडिक्लाइज कर स्लीपर सेल की तरह रहने का निर्देश दिया था. 

सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि रियाज राजस्थान के 8 जिलों में स्लीपर सेल का नेटवर्क बना रहा था. आतंकी संगठन आईएसआई से इंस्पायर होकर ये सेल्फ रेडिकलाइज्ड लोकल आतंकी संगठन इंडियन मुजाइदिन के तर्ज पर ही अपने नेटवर्क बढ़ा रहे थे. इस नेटवर्क की लिंक गुजरात, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में होने की आशंका के चलते एनआईए इन सभी मामलों की गहराई से जांच कर रही है.