राजस्थान में गहलोत सरकार की योजनाओं का प्रदेश स्तर पर काउंटर करने के लिए भाजपा ने "नहीं सहेगा राजस्थान" अभियान की शुरुआत की. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा अभियान की शुरुआत के लिए रविवार को जयपुर पहुंचे थे. "नहीं सहेगा राजस्थान" अभियान की लॉन्चिंग के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बीजेपी विधायक दल और नवनियुक्त प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक ली. राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा ने जीत की तैयारियों को लेकर रणनीति बनाना शुरू कर दिया है. इसे लेकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने जयपुर में रविवार को पार्टी पदाधिकारियों की अहम बैठक ली. बैठक के दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा ने प्रदेश भाजपा के नेताओं को नसीहत देते हुए कहा कि मैं और मेरा छोड़कर हम और हमारा के ध्येय के साथ काम करना शुरू कर दें.
नड्डा ने बैठक में एससी/एसटी वर्ग को साधने के निर्देश देते हुए कहा कि इसमें कोई औपचारिकता की बात नहीं होनी चाहिए. दोनों वर्गों को साधने के लिए सभी लोग गंभीरता बरतें. बैठक में एकजुट रहकर आगामी चुनावों में जीत दर्ज करने का मंत्र देते हुए नड्डा ने कहा कि मतभेदों को भुलाकर सभी को साथ आना होगा. बैठक में नेताओं और पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा ने स्पष्ट कहा कि संगठन में काम करने के इच्छुक नेता संगठन पर ही फोकस करें.
उन्होंने कहा जिन्हें चुनाव लड़ना है वे चुनाव पर फोकस करें. उन्होंने संगठन में पद ले चुके पदाधिकारियों के संदर्भ में यह बात कही. जिससे चुनावों में टिकट को लेकर होने वाले मतभेदों से बचाया जा सके. वहीं भाजपा की बैठक से अचानक पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का बाहर आना चर्चा का विषय बन गया. बैठक शुरू होने के कुछ देर बाद ही पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे फोन पर बात करते हुए बाहर आ गईं. उनके इस तरह से बाहर आते ही उनका निजी स्टाफ दौड़कर उनके पास पहुंचा.
कुछ देर तक राजे फोन पर बात करती रही. फोन कटने के बाद भी राजे कुछ देर तक अपने निजी स्टाफ से चर्चा करती रही. वसुंधरा राजे का इस तरह से बैठक छोड़ कर बाहर आना बैठक में मौजूद कार्यकर्ताओं के लिए चर्चा का विषय बन गया. हालांकि, वसुंधरा राजे कुछ देर बाद वापस बैठक में शामिल हो गईं.
Source : News Nation Bureau