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जैसलमेर: भारत-पाकिस्तान सीमा पर मिले 4 एंटी टैंक माइंस, जांच में जुटे अधिकारी

फिलहाल ONGC की ओर से सूचना मिलते ही बीएसएफ के अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं और मामले की जांच में जुटे हैं.

Updated on: 23 Dec 2019, 03:06 PM

नई दिल्ली:

राजस्थान के जैसलमेर से बड़ी खबर सामने आई है. यहां भारत-पाकिस्तान सीमा से एन्टी टैंक माइंस बरामद किए गए हैं, जिससे पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है. जानकारी के मुताबिक ये 4 एंटी टैंक माइंस लोंगेवाला क्षेत्र से बरामद किए गए हैं. बताया जा रहा है कि सीमा पर तेल और गैस की खोज की जा रही थी, उसी दौरान टैंक माइंस बरामद किए गए. ONGC के मजदूरों ने चार एन्टी टैंक माइंस को बाहर निकाला. माना जा रहा है कि ये एन्टी टैंक माइंस शायद 1971 के युद्ध के समय के हैं. फिलहाल ONGC की ओर से सूचना मिलते ही बीएसएफ के अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं और मामले की जांच में जुटे हैं.

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बता दें, लोंगेवाला 1965 और 1971 में भारत पाकिस्तान के बीच युद्ध का क्षेत्र रहा है. इससे पहले इसी महीने जैसलमेर में हड़कंप तब मचा था जब सेना (Army) के ट्रक और टर्बो में भिड़ंत में 13 जवान घायल हो गए थे. सूत्रों के अनुसार, सेना के ट्रक में कुल 21 जवान सवार थे जिसमें से 13 जवानों को गंभीर चोटें आई. सूत्रों के मुताबिक ये हादसा सोनू माइंस गांव के करीब हुआ. 15 दिसंबर को ट्रक सोनू माइंस से आ रहा था जबकि ट्रक जैसलमेर से रामगढ़ की ओर जवानों को लेकर जा रहा था. बताया जा रहा है कि कोहरे की वजह से सेना के ट्रक और टर्बो एक दूसरे को नहीं देख पाए और दोनों की भिड़ंत हो गई.

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वहीं इससे पहले जैसलमेर से करीब 140 किमी दूर लोहारकी गांव के पास मंगलवार को जिंदा बम मिलने से हड़कंप मंच गया था. बता दें इसी गांव के पास पहली बार 18 मई 1974 को भारत ने दुनिया में अपनी परमाणु शक्ति का लोहा मनवाया था. 18 मई 1974 को मलका गांव के एक सूखे कुएं में पहला परमाणु परीक्षण किया था. बम मिलने के बाद रामदेवरा पुलिस और सेना के अधिकारी मौके पर पंहुचे और सेना के अधिकारियों ने बम को कब्जे में ले लिया. इस दौरान एहतियातन यातायात को डायवर्ट कर दिया गया.