logo-image

SMS मेडिकल कॉलेज के इंटर्न चिकित्सकों ने शुरू की भूख हड़ताल, कॉलेज प्रशासन बेखबर

स्टाइपेंड बढ़ाने की मांग को लेकर बृहस्तिवार को जयपुर के सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के इंटर्न चिकित्सकों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी है. चिकित्सकों का कहना है कि अन्य राज्यों के मुकाबले राजस्थान में इंटर्न डॉक्टर को सबसे कम स्टाइपेंड दिया जा रहा है.

Updated on: 16 Oct 2020, 01:34 AM

जयपुर:

स्टाइपेंड बढ़ाने की मांग को लेकर बृहस्तिवार को जयपुर के सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के इंटर्न चिकित्सकों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी है. चिकित्सकों का कहना है कि अन्य राज्यों के मुकाबले राजस्थान में इंटर्न डॉक्टर को सबसे कम स्टाइपेंड दिया जा रहा है. इसे लेकर कई बार कॉलेज प्रशासन और सरकार को भी अवगत कराया गया है. ऐसे में जब इन चिकित्सकों की मांग पूरी नहीं हुई तो गुरुवार को जयपुर के सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के सभी इंटर्न चिकित्सक भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं. इससे पहले भी एक लेटर प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को इन चिकित्सकों की ओर से भेजा गया था जहां स्टाइपेंड बढ़ाने की मांग रखी गई थी.

एमबीबीएस इंटर्न चिकित्सक महज 7000 प्रति माह स्टाइपेंड पर काम कर रहा

चिकित्सकों का कहना है कि राजस्थान में एमबीबीएस इंटर्न चिकित्सक महज 7000 प्रति माह स्टाइपेंड पर काम कर रहा है. जबकि अन्य राज्यों में यह राशि काफी अधिक है. इसे लेकर बीते 150 दिनों से यह लोग काली पट्टी बांधकर कार्य कर रहे हैं. लेकिन बावजूद इसके ना तो सरकार और ना ही कॉलेज प्रशासन ने इनकी मांगे सुनी है. ऐसे में आखिरकार एमबीबीएस इंटर्न चिकित्सक भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं. यही नहीं जयपुर के अलावा अन्य जिलों में भी एमबीबीएस इंटर्न चिकित्सक अपना विरोध प्रदर्शन दर्ज करवा रहे हैं.

फ्रंटलाइन वॉरियर के रूप में किया काम

इन चिकित्सकों का कहना है कि कोविड-19 महामारी के बीच सभी एमबीबीएस चिकित्सकों ने फ्रंटलाइन वॉरियर्स के रूप में काम किया है. ऐसे में सरकार ने अन्य चिकित्सकों को लेकर काफी घोषणा की लेकिन प्रदेश में कार्य कर रहे एमबीबीएस इंटर्न चिकित्सकों को लेकर अभी तक सरकार ने किसी तरह का कोई फैसला नहीं लिया है. जबकि करीब 6 महीने से यह चिकित्सक अपनी मांगों को लेकर अलग-अलग तरीके से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.