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बांग्लादेश की आजादी में जनरल सगत सिंह की भूमिका राजस्थान की पाठ्यक्रम में होंगे शामिल

सगत सिंह ने 1961में गोवा और 1971 में बांग्लादेश की आजादी के अलावा 1967 में नाथुला में चीन के साथ हुई झड़प में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी

Updated on: 13 Jul 2019, 10:45 PM

highlights

  • जनरल सगत सिंह की भूमिका राजस्थान की पाठ्यक्रम में होंगे शामिल
  • बांग्लादेश की आजादी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी
  • 1967 में चीन के साथ हुई झड़प में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी

नई दिल्ली:

सेना के दक्षिण पश्चिमी कमांड के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल चेरिश मैथसन ने झारखंड मोड़ स्थित जनरल सगत सिंह के स्मृतिलेख का अनावरण किया. पीवीएसएम के जन्म शताब्दी पर होने वाले कार्यक्रमों की कड़ी में यह अनावरण किया गया. कार्यक्रम में राज्य के मुख्य सचिव डीबी गुप्ता, अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव स्वरूप के साथ ही जयपुर के सेवारत व सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी भी शामिल हुए. कार्यक्रम में सैन्य अधिकारियों ने पुष्पाजंलि भी दी. 

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इस मौके पर दक्षिण पश्चिमी कमांड के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल चेरिश मैथसन ने कहा कि राजस्थान के चुरू जिले में जन्मे जनरल सगत सिंह ने 1961में गोवा और 1971 में बांग्लादेश की आजादी के अलावा 1967 में नाथुला में चीन के साथ हुई झड़प में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. युद्ध के बाद शांति बहाली कर व्यवस्था कायम करना एक बड़ी चुनौती होती है, लेकिन जनरल सगत सिंह ने इसे बखूबी अंजाम दिया.

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उन्होंने कहा कि जनरल सगत सिंह को कई सम्मानों से नवाजा गया है, लेकिन उनके लिए वे भी कम है. साथ ही मैथसन ने कहा कि देश के लिए ऐसा काम करने वाले जनरल सगत सिंह को आज तक किसी किताब में भी नहीं पढ़ा है. वहीं राज्य के मुख्य सचिव ने भी जनरल सगत सिंह को याद करते हुए उनकी गौरव गाथा स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने का आश्वास दिया.