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NIA रडार पर आया CRPF कैंप का VIDEO बनाने वाला गौहर चिश्ती( Photo Credit : News Nation)
उदयपुर के कन्हैयालाल हत्याकांड की जांच में जुटी NIA ने अजमेर दरगाह के खादिम गौहर चिश्ती को रडार पर ले लिया है. आरोप है कि गौहर देश विरोधी गतिविधियों में पहले भी लिप्त रहा है. बताया जाता हैा कि करीब ढाई वर्ष पहले CRPF कैंप का VIDEO बनाने के कारण पुलिस ने इसे पकड़ा था. उस वक्त पुलिस ने उसे चेतावनी देते हुए छोड़ दिया था. उधर, गौहर को भड़काऊ भाषण देने के मामले में अजमेर पुलिस तलाश कर रही है. सूत्रों की मानें तो जांच में यह तथ्य सामने आया है कि 17 जून को भड़काऊ भाषण व नारेबाजी के बाद खादिम गौहर चिश्ती ने उदयपुर यात्रा की थी. जिला पुलिस SIT और पुलिस के गुप्तचर शाखा से NIA अधिकारियों ने गौहर की गतिविधियों के बारे में फीडबैक लिया है. इसके साथ ही गौहर की कुछ पुरानी संदिग्ध फोटो भी सामने आई है. जिसमें गौहर चिश्ती CRPF परिसर का VIDEO बनाते हुए दिखाई दे रहा है.
इस मामले में गौहर को जनवरी 2020 में पुलिस और सीआईडी ने हिरासत में लेकर पूछताछ की थी. बताया जाता है कि उस वक्त उसके पास से मोबाइल और 4 सिम भी जब्त की थी. हालांकि, इस मामले में उसके खिलाफ कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया गया था. उसे चेतावनी देकर छोड़ दिया गया था. 17 जून को दरगाह के निजाम गेट के बाहर भड़काऊ भाषण देने के बाद गौहर चिश्ती के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद से ही फरार हो गया है. जांच एजेंसियों के मुताबिक गौहर मौन जुलूस के बाद 17 जून को उदयपुर गया था. NIA गौहर को इसलिए भी प्राइम सस्पेक्ट मान रही है क्योंकि पूर्व में भी उसकी गतिविधियां संदिग्ध रही है.
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गौहर की गिरफ्तारी के लिए जिला पुलिस ने तीन टीमें बनाई है. सूत्रों के अनुसार गौहर चिश्ती गिरफ्तारी के भय से राजस्थान से बाहर चला गया है. उसकी गिरफ्तारी के लिए टीमें अलग-अलग जगह पर दबिश दे रही है. इस बीच गौहर चिश्ती की 17 जनवरी 2020 की तस्वीरें भी सामने आई है. इसमें गौहर CRPF परिसर का वीडियो बनाते हुए दिखाई दे रहा है. पुलिस और सीआईडी ने उसे हिरासत में लेकर कोतवाली थाने में पूछताछ की थी. बाद में उसके बचाव में दरगाह इलाके के कई लोग थाने पहुंचे थे. गौहर के खिलाफ दरगाह थाने में भी मारपीट के मामले दर्ज है. सूत्रों के अनुसार गौहर सिम बदल-बदलकर इस्तेमाल कर रहा है. इसलिए उसकी प्रॉपर लोकेशन ट्रेस नहीं हो पा रही है. सूत्रों के अनुसार गौहर की पूर्व में भी जांच एजेंसियों को उसकी संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी मिली थी. हालांकि, गौहर के खिलाफ पुख्ता सबूत किसी के पास नहीं थे. कहा जा रहा है कि गौहर का लगातार कई राज्यों के लोगों के संपर्क में था.
कन्हैयालाल हत्याकांड में जांच कर रही एनआईए की टीम में शामिल अधिकारी अजमेर पहुंचे थे और दरगाह थाने पहुंचकर दरगाह के निजाम गेट पर भड़काऊ भाषण देने वाले गौहर चिश्ती के खिलाफ जानकारी जुटाई थी. इसके साथ ही गौहर से संबंधित कई फुटेज भी लिए गए है. हालांकि, इस मामले में एडिशनल एसपी विकास सांगवान से जानकारी ली. हालांकि, उन्होंने एनआईए के अजमेर आने के मामले में इनकार किया है.
HIGHLIGHTS
- दरगाह के खादिम की संदिग्ध तस्वीर सामने आई
- अब कन्हैयालाल हत्याकांड से भी जुड़ा कनेक्शन
Source : Ajay Sharma