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बाढ़ का कहर: गांव बने टापू- 2 दिन से मंदिर में फंसे पुजारी का लाइव रेस्क्यू ऑपरेशन

बारां जिले का अमलावद गांव एमपी बॉर्डर से सटे इलाका परवन नदी में उफान आने से प्रभावित हो रहा है. इस बीच 2 दिन से मंदिर में फसा पुजारी करीब 2 किलोमीटर परवन नदी की तेज लहरों को चीरते हुए नाव के जरिए फसे पुजारी का रेस्क्यू किया गया

बारां जिले का अमलावद गांव एमपी बॉर्डर से सटे इलाका परवन नदी में उफान आने से प्रभावित हो रहा है. इस बीच 2 दिन से मंदिर में फसा पुजारी करीब 2 किलोमीटर परवन नदी की तेज लहरों को चीरते हुए नाव के जरिए फसे पुजारी का रेस्क्यू किया गया

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Mohit Sharma
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Rajasthan News

Rajasthan News ( Photo Credit : FILE PIC)

बारां जिले का अमलावद गांव एमपी बॉर्डर से सटे इलाका परवन नदी में उफान आने से प्रभावित हो रहा है. इस बीच 2 दिन से मंदिर में फसा पुजारी करीब 2 किलोमीटर परवन नदी की तेज लहरों को चीरते हुए नाव के जरिए फसे पुजारी का रेस्क्यू किया गया. रात्रि को यह ऑपरेशन शुरू किया गया. इस दौरान न्यूज़ नेशन की टीम भी रेस्क्यू एसडीआरएफ की टीम के साथ रही. कोटा संभाग के बारां जिले के कई गांव टापू में तब्दील हो चुके हैं. इस दौरान लोग पलायन करने को मजबूर हैं तो वही लोग जिंदगी से भी जूझ रहे ऐसे ही तस्वीर नजर आई. 

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अमलावदा  गांव में, जो 2 दिन से पुजारी फंसा हुआ हुआ. चारों तरफ मंदिर में पानी भर चुका हुआ. पानी मे पुजारी का आधा शरीर डूबा हुआ.  न्यूज़ नेशन की टीम अमलावदा गांव पहुंची और रेस्क्यू टीम के साथ पुजारी को कैसे बचाया इसका लाइव तस्वीरों के जरिए बताया कि रात्रि को रेस्क्यू ऑपरेशन कितना जोखिम भरा रहा. आखिर रेस्क्यू कैसे सफल हुआ. एसडीआरएफ की टीम किन मुश्किलों के साथ पहुंची मंदिर और मंदिर पहुंचने के बाद पता चला कि नाव को अंदर नहीं ले जाएगा इतना क्योंकि चारों तरफ दीवार है फिर क्या निर्णय लिया एसडीआरएफ टीम ने. मंदिर के अंदर वोट को ले जाया नहीं जा सका 10 से 12 फीट पानी अब कैसे बचाए जाए पुजारी को इस मुश्किल घड़ी में आखिर किस तरह रेस्क्यू टीम ने जोखिम लेकर पुजारी को निकाला मंदिर से.

Source : Lal Singh Fauzdar

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