कोरोना महामारी के कारण लंबे समय से सभी स्कूल कॉलेज बंद हैं. स्टूडेंट्स ऑनलाइन क्लसा के जरिए ही अपनी पढ़ाई पूरी कर रहे हैं, ऐसे में बोर्ड एग्जाम या फिर किसी विश्वविद्यालयों की प्रवेश परीक्षा एक चिंता विषय है. ऐसे में प्रदेश की यूनिवर्सिटी की परीक्षाओं पर जो तलवार लटक रही थी वो फ़िलहाल टलता हुआ नजर आ रहा है. प्रदेश की यूनिवर्सिटी की परीक्षाओं पर बहुप्रतिक्षित फैसला आ गया है. 20 लाख विद्यार्थियों की परीक्षा से जुड़े मामले में समिति की रिपोर्ट के मुताबिक अंतिम वर्ष की परीक्षा ही आयोजित करवाई जाएगी. यूनिवर्सिटी में प्रथम वर्ष के छात्र प्रमोट किया जायेगा.
प्रदेश की यूनिवर्सिटी में प्रथम वर्ष के छात्र प्रमोट किया जायेगा. साथ ही द्वितीय वर्ष के छात्र को प्रोविजनल प्रमोट दे कर अस्थाई प्रवेश दिया जायेगा.
प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों को प्रमोट किया गया है वहीं द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों को प्रोविजनल प्रमोट किया गया है. इसके साथ ही छात्रों को आगे की कक्षाओं में अस्थाई प्रवेश मिल सकेगा. रविवार को उच्च शिक्षा मंत्री के निवास पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने बताया कि प्रथम व द्वितीय वर्ष के स्टूडेंट्स को प्रमोट किया गया है. इन्हें परिणाम आने से पूर्व अगली कक्षाओं में स्थाई व अस्थाई प्रवेश दिया जाएगा.
बता दें कि इसके अलावे यूनिवर्सिटी के फाइनल ईयर के स्टूडेंट की परीक्षा आयोजित की जाएगी. उच्च शिक्षा मंत्री भाटी ने बताया कि शिक्षाविदों की गठित कमेटी की सिफारिश के अनुसार कोविल गाइडलाइन की पालना करते हुए परीक्षाएं आयोजित करवाई जाएगी. जिसके तहत फाइनल ईयर की परीक्षाओं के लिए पूरी तैयारी कर ली गई है. उन्होंने बताया कि फाइनल ईयर में तीन विषय के 2-2 पेपर आयोजित किए जाते हैं. जिसके तहत 6 दिन तक पेपर होते थे. लेकिन इस बार कोरोना की दूसरी प्रचंड लहर के कारण इस में परिवर्तन किया गया है. नई परीक्षा प्रणाली के तहत अब इन छह पेपरों को 3 दिन में ही आयोजित करवाया जाएगा. प्रत्येक दिन पहला और दूसरा पेपर आयोजित किया जाएगा. हर पेपर की अवधि डेढ़ - डेढ़ घंटा होगी. छात्रों को प्रश्न पत्र के किसी भी सेक्शन से 50% प्रश्न ही करने की छूट होगी.
Source : News Nation Bureau