बीकानेर जमीन घोटाला : प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने राबर्ट वाड्रा से किए ये 11 सवाल

इसके लिए वाड्रा जयपुर स्‍थित ED ऑफिस पहुंच गए हैं. उनके साथ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और उनकी मां मौरीन भी ED ऑफिस पहुंचे हैं.

इसके लिए वाड्रा जयपुर स्‍थित ED ऑफिस पहुंच गए हैं. उनके साथ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और उनकी मां मौरीन भी ED ऑफिस पहुंचे हैं.

author-image
Akanksha Tiwari
एडिट
New Update
बीकानेर जमीन घोटाला : प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने राबर्ट वाड्रा से किए ये 11 सवाल

ED ने राबर्ट वाड्रा से किए 11 सवाल

दिल्‍ली में तीन दौर की पूछताछ के बाद ED (प्रवर्तन निदेशालय) की टीम आज बीकानेर वाले केस में रॉबर्ट वाड्रा से जयपुर में पूछताछ शुरू कर चुकी है. इसके लिए वाड्रा जयपुर स्‍थित ED ऑफिस पहुंच गए हैं. उनके साथ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और उनकी मां मौरीन भी ED ऑफिस पहुंचे हैं. वाड्रा को ED ऑफिस छोड़ने के बाद प्रियंका गांधी लखनऊ के लिए रवाना होंगी, जहां उनका पार्टी नेताओं के साथ कार्यक्रम पहले से तय है. रॉबर्ट वाड्रा से पूछताछ के पहले जयपुर में पोस्‍टर वॉर शुरू हो गया है.

Advertisment

यह भी पढ़ें- लखनऊ एयरपोर्ट पर रोके गए सपा प्रमुख अखिलेश यादव, जाना चाह रहे थे प्रयागराज

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने राबर्ट वाड्रा से किए ये 11 सवाल

  • स्काईलाइट होस्पिटलिटी प्राइवेट लिमिटेड मे कितने डायरेक्टर हैं?
  • आप कब से हैं?
  • स्काईलाइट क्या क्या काम करती है?
  • कंपनी के बैक खाते किस किस बैंक में हैं?
  • आपके पास कितने बैक एकाउंट हैं कहां हैं किस बैक की किस ब्रांच में है?
  • स्काईलाइट के पास कुल कितनी जमीने हैं और कहां कहां?
  • स्काईलाइट ने किन कंपनियो के साथ मिल कर काम किया है?
  • उनके नाम क्या हैं?
  • बीकानेर कोलायत की जमीन के बारे में आपको कैसे पता चला?
  • क्या आपको पता था कि ये जमीन सरकारी है?
  • क्या आप खरीदते समय जमीन देखने आए थे या रजिस्ट्री करवाने आए थे?

यह भी पढ़ें- लखनऊ : प्रियंका गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया मिलकर तैयार करेंगे जीत की रोडमैप

क्‍या है पूरा मामला

प्रर्वतन निदेशालय (ED) के सूत्रों के अनुसार, बीकानेर के महाजन फील्ड फायरिग रेंज में नियम के खिलाफ आवंटित 275 बीघा जमीन वाड्रा की कंपनी स्काईलाट हॉस्पिटलिटी ने खरीदी थी. जमीन महाजन फील्ड़ फायरिग रेंज के विस्थापितों के नाम से फर्जी आवंटन से जुड़ी है. यहां जिन लोगों के नाम पर जमीनों का आवंटन हुआ था, वे असल में थे ही नहीं. कुछ लोगों ने क्षेत्र के तत्कालीन तहसीलदार, नायब तहसीलदार, पटवारी सहित अन्य सरकारी कर्मचारियों से मिलकर जमीन को 2006-07 में अपने नाम कराकर बेचना शुरू किया.

Source : News Nation Bureau

Jaipur ed money-laundering-case Enforcement Directorate Robert Vadra Bikaner These 11 questions from the ED Director Mahajan Field Firing Range jameen ghotala
Advertisment