राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को कहा कि राजग सरकार की गलत नीतियों के कारण देश में आर्थिक संकट के हालात हैं और इसका असर राज्यों पर भी पड़ रहा है. गहलोत ने सचिवालय में एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘जीडीपी की दर नीचे आते-आते 4.5 प्रतिशत पर आ गई है, विकास दर घट गई है, नौकरियां जा रही हैं, आ नहीं रही हैं, व्यापार ठप पड़े हैं. देश में एक प्रकार से आर्थिक संकट की स्थिति बन गई है . इसकी चिंता खाली केंद्र को नहीं हम सबको होनी चाहिए क्योंकि उसका असर राज्यों पर पड़ रहा है और पड़ेगा.’’
गहलोत ने केंद्र सरकार से राज्य को मिलने वाली करों की हिस्सा राशि एवं केंद्र प्रवर्तित योजनाओं में मिलने वाले अनुदान में बड़ी कटौती का जिक्र किया और कहा कि इससे राज्य सरकार को विकास कार्यों के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. गहलोत ने कहा कि केंद्र ने माल व सेवा कर (जीएसटी) को गलत ढंग से लागू किया है. उन्होंने कहा,‘‘जीएसटी को जिस रूप में लागू किया गया वह बहुत ही गलत तरीका था. डॉ. मनमोहन सिंह जी के दिमाग में था ‘एक राष्ट्र एक कर...
यह बहुत बड़ा क्रांतिकारी कदम था कि एक देश में एक कर रहेगा बस 18 प्रतिशत. सरकार बदल गई और चार टैक्स कर दिए, पांच टैक्स कर दिए, अलग-अलग स्लैब बना दिए गए. वह गाड़ी पटरी पर फिर से आ नहीं रही है. राजस्व में भी कमी हो गई है.’’ कर्मचारियों की हड़ताल के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि कर्मचारी किसी के बहकावे में आकर हड़ताल जैसे कदम नहीं उठाएं. इससे अच्छा संदेश नहीं जाता है और लोगों को अपने काम कराने में परेशानी का सामना करना पड़ता है. राज्य सरकार किसी भी समस्या की सुनवाई एवं संवाद के लिए हमेशा तैयार है.
Source : Bhasha